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रोजगार सहायकों की संविदा समाप्त,मनरेगा योजना के अंतर्गत ग्रामीणों को नहीं दे रहे........

सीधी enewsmp.comकलेक्टर अभय वर्मा द्वारा बार-बार निर्दे देने के बाद भी ग्राम पंचायतों में पदस्थ रोजगार सहायकों द्वारा मनरेगा योजना के अंतर्गत श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध न कराने जिसके कारण परिसम्पत्ति का निर्माण वाधित हुआ तथा ग्रामीण विकास में अवरोध उत्पन्न करने के कारण और स्वेच्छाचारिता बरतने पर रोजगार सहायकों को संविदा समाप्त करने का नोटिस दिया है।
कलेक्टर ने बताया कि जनपद पंचायत सिहावल की ग्राम पंचायत कुवरी के रोजगार सहायक श्यामलाल गुप्ता ने मनरेगा योजना के क्रियान्वयन में घोर लापरवाही एवं उदासीनता बरती है,श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध नहीं कराया गया है,पंचायत में 299 एक्टिव जॉबधारी परिवार हैं जिसमें कुल 86 अनुसूचित जनजाति जॉबकार्डधारी परिवार हैं। इसके अनुसार 29 हजार 900 मानव दिवस अर्जित करने का लक्ष्य था लेकिन वित्तीय वर्ष 2016-17 में मात्र 299 मानव दिवस ही अर्जित किया गया है जो लक्ष्य का मात्र 3.11 प्रतित ही है। अतः श्यामलाल गुप्ता को संविदा समाप्त करने का नोटिस दिया गया है।
ग्राम पंचायत कुचवाही के ग्राम रोजगार सहायक संतोष कुमार गुप्ता ने निर्देों के बाद भी मनरेगा योजना के अंतर्गत पंचायत में 273 एक्टिव जॉबधारी परिवार होने इसमें 31 परिवार अनुसूचित जनजाति वर्ग के हैं में से वित्तीय वर्ष 2016-17 में 27 हजार 300 मानव दिवस अर्जित करने का लक्ष्य था लेकिन मात्र 302 मानव दिवस ही अर्जित किया गया जो कि लक्ष्य का 1.11 प्रतित है। जॉबकार्ड का सत्यापन 95 प्रतित ही किया गया है, 32 आधारकार्ड फीड किया जाना है। अतः संविदा समाप्त करने के लिए नोटिस जारी किया गया है।
ग्राम पंचायत कोरौलीकला के रोजगार सहायक रामजा प्रजापति ने पंचायत में स्थित 289 एक्टिव जॉबकार्डधारी परिवारों में से जिसमें 28 हजार 900 मानव दिवस अर्जित करने का लक्ष्य था वित्तीय वर्ष 2016-17 में मात्र 267 मानव दिवस ही अर्जित किया गया है। जो लक्ष्य का मात्र 0.92 प्रतित है। इनके द्वारा जॉबकार्ड सत्यापन मात्र 84.30 प्रतित ही किया गया जबकि 15 आधारकार्ड फीड किया जाना शेष है। अतः संविदा समाप्त करने हेतु नोटिस दी गई।
ग्राम पंचायत हिनौती के रोजगार सहायक राम बिहारी वर्मा ने मनरेगा योजना के अंतर्गत पंचायत में 340 एक्टिव जॉबकार्डधारी परिवारों में से जिन्हें 34 हजार मानव दिवस अर्जित करने का लक्ष्य था मात्र 977 मानव दिवस ही अर्जित किया गया जो लक्ष्य का मात्र 2.87 प्रतित है। इनके द्वारा केवल 95.22 प्रतित ही सत्यापन किया गया और 2 आधारकार्ड फीड किया जाना शेष है। अतः रामबिहारी की संविदा समाप्त करने का नोटिस दिया गया।
ग्राम पंचायत डिहुलीखास के केरी प्रसाद साकेत ने महात्मा गांधी नरेगा योजना क्रियान्वयन में घोर लापरवाही एवं उदासीनता बरती है इनकी स्वेच्छाचारिता का ही परिणाम है कि श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध नहीं कराया गया जिससे उन्हें जीवन यापन करने में कठिनाईयों का सामना करना पड़ा। ग्राम पंचायत में 141 एक्टिव जॉबकार्डधारी परिवार हैं इसमें से कुल 26 अनुसूचित जनजाति वर्ग के परिवार हैं। इसके अनुसार 14 हजार 100 मानव दिवस अर्जित करने का लक्ष्य था लेकिन वित्तीय वर्ष 2016-17 में मात्र 996 मानव दिवस ही अर्जित किया गया जो लक्ष्य का मात्र 7.06 है। अतः केरी प्रसाद की संविदा समाप्त करने का नोटिस दिया गया।
ग्राम पंचायत डढिया के ग्राम रोजगार सहायक रवि शंकर दीक्षित द्वारा महात्मा गांधी नरेगा योजना के क्रियान्वयन में घोर लापरवाही व उदासीनता बरती गई। पंचायत में उपलब्ध 306 एक्टिव जॉबकार्डधारी परिवार हैं इसमें कुल 37 अनुसूचित जनजाति वर्ग के जॉबकार्डधारी परिवार हैं। इसके अनुसार 30 हजार 600 मानव दिवस अर्जित करने का लक्ष्य था लेकिन वित्तीय वर्ष 2016-17 में 243 मानव दिवस ही अर्जित किया गया जो लक्ष्य का मात्र 0.79 प्रतित है। अतः रवि शंकर की सविदा समाप्त करने का नोटिस दिया गया।
ग्राम पंचायत डमक के रोजगार सहायक विनोद तिवारी ने महात्मा गांधी नरेगा योजना क्रियान्वयन में घोर लापरवाही एवं उदासीनता बरती है। पंचायत में 108 एक्टिव जॉबकार्डधारी परिवार हैं इसमें 46 अनुसूचित जनजाति जॉबकार्डधारी परिवार है। इस आधार पर 10 हजार 800 मानव दिवस अर्जित करने का लक्ष्य था। वित्तीय वर्ष 2016-17 में 766 मानव दिवस ही अर्जित किया गया जो लक्ष्य का मात्र 7.90 प्रतित है। अतः विनोद तिवारी की संविदा समाप्त करने का नोटिस दिया गया।
ग्राम पंचायत बिठौली के ग्राम रोजगार सहायक वृजनन्दन सिंह पटेल द्वारा महात्मा गांधी नरेगा योजना के अंतर्गत घोर लापरवाही एवं उदासीनता बरती गई। श्री पटेल की स्वेच्छाचारिता का परिणाम रहा कि पंचायत के श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध नहीं कराया जा सका और न परिसंपत्तियों का निर्माण किया गया। पंचायत में कुल 404 एक्टिव जॉबकार्डधारी परिवार हैं जिसमें कुल 73 अनुसूचित जनजाति के परिवार है। इसके अनुसार 40 हजार 400 मानव दिवस अर्जित करने का लक्ष्य था लेकिन मात्र 767 मानव दिवस ही अर्जित किया गया है जो लक्ष्य का मात्र 1.90 प्रतित है। अतः इस लापरवाही एवं उदासीनता के लिए वृजनन्दन सिंह पटेल की संविदा समाप्त करने की नोटिस जारी की गई है।
कलेक्टर ने बताया कि जनपद पंचायत सीधी की ग्राम पंचायत टीकटखुर्द की ग्राम रोजगार सहायक ममता सिंह ने महात्मा गांधी नरेगा योजना क्रियान्वयन में घोर लापरवाही एवं उदासीनता बरती है इनकी स्वेच्छाचारिता एवं उदासीनता का परिणाम रहा कि श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध न कराने के कारण इनके जीवन यापन में कठिनाई उत्पन्न हो गई। पंचायत में कुल 54 एक्टिव जॉबकार्डधारी परिवार हैं इसमें से 34 अनुसूचित जनजाति वर्ग के हैं। इसके अनुसार 5 हजार 400 मानव दिवस अर्जित करने का लक्ष्य था लेकिन वित्तीय वर्ष 2016-17 में 194 मानव दिवस ही अर्जित किया गया जो लक्ष्य का मात्र 3.59 प्रतित है। अतः श्रीमती ममता सिंह की संविदा समाप्ति करने का नोटिस दिया गया।
ग्राम पंचायत सेमरिया के ग्राम रोजगार सहायक हरिनारायण गुप्ता ने महात्मागांधी नरेगा योजना क्रियान्वयन में घोर लापरवाही व उदासीनता बरती है इनकी उदासीनता व स्वेच्छाचरिता का परिणाम रहा कि श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध नहीं कराया गया जिससे श्रमिकों के जीवन यापन करने में भारी कठिनाई का सामना करना पड़ा। पंचायत में कुल 76 एक्टिव जॉबकार्डधारी परिवार हैं इसमें से कुल 4 अनुसूचित जनजाति परिवार के हैं इसके अनुसार 7 हजार 600 मानव दिवस अर्जित करने का लक्ष्य था लेकिन कुल 108 मानव दिवस ही अर्जित किया गया जो कि लक्ष्य का मात्र 1.42 प्रतित है। अतः हरिनारायण गुप्ता की संविदा समाप्त करने का नोटिस दिया गया।
ग्राम पंचायत नौगवां र्दानसिंह के ग्राम रोजगार सहायक उदय प्रका त्रिपाठी द्वारा महात्मागांधी नरेगा योजना क्रियान्वयन में घोर लापरवाही व उदासीनता बरतने के कारण पंचायत में स्थित 123 एक्टिव जॉबकार्डधारी परिवारों को जिसमें कुल अनुसूचित जनजाति के 52 जॉबकार्डधारी परिवार हैं को रोजगार उपलब्ध न कराने के कारण उनको जीवन यापन करने में कठिनाईयों का सामना करना पड़ा। ग्राम रोजगार सहायक को 12 हजार 300 मानव दिवस अर्जित करने का लक्ष्य दिया गया था लेकिन लापरवाही के कारण वित्तीय वर्ष 2016-17 में 80 मानव दिवस ही अर्जित किए गए जो लक्ष्य का मात्र 0.65 प्रतित है। अतः उदय प्रका त्रिपाठी की संविदा समाप्त करने का नोटिस दिया गया।
ग्राम पंचायत मवई के रोजगार सहायक मनोज साहू को महात्मागांधी नरेगा योजना क्रियान्वयन में लापरवाही व उदासीनता बरतने पर और इनकी स्वेच्छाचारिता के कारण श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध न कराने के कारण उनके सामने जीवन यापन का प्रन खड़ा हो गया। ग्राम पंचायत में 108 एक्टिव जॉबकार्डधारी परिवार हैं जिसमें कुल 39 अनुसूचित जनजाति कार्डधारी परिवार है इस अनुसार 10 हजार 800 मानव दिवस अर्जित करने का लक्ष्य था लेकिन इनके द्वारा 208 मानव दिवस ही अर्जित किया गया जो लक्ष्य का मात्र 2.02 प्रतित है। अतः मनोज साहू की संविदा समाप्त करने का नोटिस जारी किया गया।
ग्राम पंचायत कोटदरखुर्द के ग्राम रोजगार सहायक अखिले विवकर्मा द्वारा महात्मा गांधी नरेगा क्रियान्वयन में घोर लापरवाही व उदासीनता बरतने के कारण श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध नहीं कराया जा सका। पंचायत में 119 एक्टिव जॉबकार्डधारी परिवार हैं जिसमें 41 अनुसूचित जनजाति वर्ग के हैं। इस अनुसार 11 हजार 900 मानव दिवस अर्जित करने का लक्ष्य था लेकिन वर्ष 2016-17 में 229 दिवस ही मानव दिवस अर्जित किया गया जो लक्ष्य का मात्र 1.92 प्रतित है। अतः अखिले विवकर्मा की संविदा समाप्त करने का नोटिस दिया गया।
ग्राम पंचायत कोल्हूडीह के ग्राम रोजगार सहायक एवं प्रभारी सचिव रोनलाल सिंह द्वारा महात्मागांधी नरेगा क्रियान्वयन में घोर लापवाही व उदासीनता बरती गई। इनकी स्वेच्छाचारिता के कारण श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध नहीं कराया गया जिससे श्रमिकों के जीवन यापन का प्रन खड़ा हो गया। ग्राम पंचायत में 101 एक्टिव जॉबकार्डधारी परिवार हैं इसमें से कुल 55 अनुसूचित जनजाति वर्ग के हैं। इस अनुसार 10 हजार 100 मानव दिवस अर्जित करने का लक्ष्य था लेकिन वित्तीय वर्ष 2016-17 में मात्र 317 मानव दिवस ही अर्जित किया गया लो लक्ष्य का मात्र 3.14 प्रतित है। अतः रोजगार सहायक रोनलाल सिंह की संविदा समाप्त करने के लिए नोटिस दिया गया।
ग्राम पंचायत जमोड़ीकला के ग्राम रोजगार सहायक अखिले गौतम द्वारा महात्मागांधी नरेगा योजना क्रियान्वयन में घोर लापरवाही एवं उदासीनता बरतने के कारण श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध नहीं कराया जा सका जिससे श्रमिकों को जीवन यापन का प्रन खड़ा हो गया। ग्राम पंचायत में 97 एक्टिव जॉबकार्डधारी परिवार हैं जिसमें कुल 86 अनुसूचित जन जाति वर्ग के हैं इसके अनुसार 9 हजार 700 मानव दिवस अर्जित करने का लक्ष्य था लेकिन वित्तीय वर्ष 2016-17 में मात्र 289 दिवस ही अर्जित किया गया जो लक्ष्य का मात्र 0.11 प्रतित है। अतः अखिले गौतम की संविदा समाप्त करने का नोटिस जारी किया गया।
ग्राम पंचायत हिनौती नं-1 की ग्राम रोजगार सहायक राम नरे प्रजापति द्वारा महात्मा गांधी नरेगा योजना क्रियान्वयन में घोर लापरवाही एवं उदासीनता बरतने पर श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध नहीं कराया जा सका। पंचायत में कुल 57 एक्टिव जॉबकार्डधारी परिवार हैं इसमें से 25 अनुसूचित जनजाति वर्ग के हैं। इसके अनुसार 5700 मानव दिवस अर्जित करने का लक्ष्य था लेकिन वित्तीय वर्ष 2016-17 में मात्र 289 मानव दिवस ही अर्जित किया गया जो लक्ष्य का मात्र 5.07 प्रतित ही है। अतः रामनरे प्रजापति की संविदा समाप्त करने का नोटिस जारी किया किया है।
ग्राम पंचायत बरिगवां नं-2 के ग्राम रोजगार सहायक बालगोविन्द विवकर्मा द्वारा महात्मा गाधी नरेगा योजना क्रियान्वयन में घोर लापरवाही व उदासीनता बरती गई जिससे श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध नहीं कराया गया। श्रमिकों के सामने जीवन यापन करने का प्रन खड़ा हो गया। पंचायत में कुल 145 एक्टिव जॉबकार्डधारी परिवार हैं इसमें से 73 अनु सूचित जनजाति वर्ग के हैं। इस अनुसार 14 हजार 500 मानव दिवस अर्जित करने का लक्ष्य था लेकिन वित्तीय वर्ष 2016-17 में मात्र 253 मानव दिवस ही अर्जित किया गया है जो लक्ष्य का मात्र 1.74 प्रतित है। अतः बालगोविन्द विवकर्मा की संविदा समाप्त करने का नोटिस जारी किया गया।
कलेक्टर ने बताया कि जनपद पंचायत रामपुर नैकिन की ग्राम पंचायत तितिरा शुकुलान के ग्राम रोजगार सहायक सचिन शुक्ला द्वारा महात्मागांधी नरेगा योजना क्रियान्वयन में घोर लापरवाही एवं उदासीनता बरतने के कारण श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध नहीं कराया जा सका जिससे उनके सामने जीवन यापन की समस्या उत्पन्न हो गई। पंचायत में 149 एक्टिव जॉबकार्डधारी परिवार हैं जिससे कुल 24 अनुसूचित जनजाति वर्ग के हैं। इस अनुसार 14 हजार 900 मानव दिवस अर्जित करने का लक्ष्य था लेकिन वित्तीय वर्ष 2016-17 में मात्र 579 मानव दिवस ही अर्जित किया गया जो लक्ष्य का मात्र 3.89 प्रतित है। अतः सचिन शुक्ला की संविदा समाप्त करने का नोटिस दिया गया है।
ग्राम पंचायत मनकीसर के ग्राम रोजगार सहायक अवनी तिवारी द्वारा महात्मागांधी नरेगा योजना क्रियान्वयन में घोर लापरवाही व उदासीनता बरतने के कारण श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध नहीं कराया गया जिससे श्रमिकों के सामने जीवन यापन की समस्या उत्पन्न हो गई। ग्राम पंचायत में 206 एक्टिव जॉबकार्डधारी परिवार हैं जिसमें कुल 48 अनुसूचित जन जाति वर्ग के हैं। इसके अनुसार 20 हजार 600 मानव दिवस अर्जित करने का लक्ष्य था लेकिन वित्तीय वर्ष 2016-17 में मात्र 572 मानव दिवस ही अर्जित किया गया जो लक्ष्य का 2.78 प्रतित है। अतः अवनी तिवारी की संविदा करने का नोटिस दिया गया।
ग्राम पंचायत डढ़िया के ग्राम रोजगार सहायक दुर्गेन्द्र सिंह द्वारा महात्मागांधी नरेगा योजना क्रियान्वयन में घोर लापरवाही एवं उदासीनता बरतने के कारण श्रमिकों को रोजगार नहीं उपलब्ध कराया जा सका जिसस उनके सामने जीवन मरण का प्रन उत्पन्न हो गया। पंचायत में कुल 113 एक्टिव जॉबकार्डधारी व्यक्ति हैं जिसमें कुल 38 अनुसूचित जनजाति वर्ग के हैं। इसके अनुसार 11 हजार 300 मानव दिवस अर्जित करने का लक्ष्य था लेकिन वित्तीय वर्ष 2016-17 में मात्र 458 मानव दिवस ही अर्जित किया गया जो लक्ष्य का 4.05 प्रतित है। अतः दुर्गेन्द्र सिंह की संविदा करने का नोटिस जारी किया गया।
ग्राम पंचायत भरतपुर के ग्राम रोजगार सहायक सती कुमार पाण्डेय द्वारा महात्मागांधी नरेगा योजना क्रियान्वयन में घोर लापरवाही एवं उदासीनता बरतने के कारण श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध नहीं कराया जा सका। ग्राम पंचायत के अंतर्गत 115 एक्टिव जॉबकार्डधारी परिवार हैं इसमें कुल 37 अनुसूचित जनजाति वर्ग के हैं। इस अनुसार 11 हजार 500 मानव दिवस अर्जित करने का लक्ष्य था लेकिन वर्ष 2016-17 में मात्र 346 मानव दिवस ही अर्जित किया गया जो लक्ष्य का 3.10 प्रतित है। अतः सती कुमार पाण्डेय की संविदा समाप्त करने का नोटिस जारी किया गया।
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