मामला कुसमी सेवा सहकारी बैंक का सीधी:-देश के प्रधानमंत्री देश को कैशलेश करने के लिये सभी देशवासियो को नसीहत देते चले आ रहे है।जिसके लिये बैंक के प्रबंधको ने भी प्रधानमंत्री का सहयोग कर रहे है मगर आज के स्वतंत्र युग मे भी वो वेसहारा लोगो को अपने खाते से राशि निकालने के लिये भरे हुये डावलो मे सचिवो के प्रमाणित करने.पर ही स्वयं के खाते से राशि निकाली जा रही है ऐसा नियम कहा से निकला इसकी जानकारी बरिष्ठ अधिकारियो,सत्ताधारी नेताओ को है या फिर जानकारी होते हुये भी अनजान है। ऐसा ही मामला जिले के आदिवासी वाहुल्य क्षेत्र की कुसमी तहसील के अंतर्गत सेवा सहकारी बैंक कुसमी मे पेन्शन धारियो की समस्या कम होने का नाम नही ले रही है।आपको बता दे कि पैसा न होने के संबंध मे चर्चित यह सेवा सहकारी बैंक अब पेन्शनधारियो के लिये गले मे फसी हड्डी के समान बना हुआ है।सेवा सहकारी बैक होने से कुसमी जनपद की बयालिस पंचायतो के बृद्धा पेन्शन,निराशित पेन्शन,विकलागं पेन्शन,विधवा पेन्शन आदि पेन्शन के अधिकान्श हितग्राहियो के खाते इसी बैंक मे खोले गये है।जिससे सभी पेन्शनधारियो की काफी भीड इसी बैंक मे एकत्रित होती है।कुसमी की पंचायतो मे अधिकतर पंचायते पहाडी क्षेत्र से है पेन्शन हितग्राहियो को पहाडो मे चलकर बैक तक पहुचना पडता है।और पहुचने पर ही उन्हे अपने खाता के संवंध मे जानकारी मिलती है।तब वह बैक से डावल लेते है और उस डावल पेपर के पीछे अपने पंचायत सचिव को खोजते है और जब वो मिलेगे तब सचिव उस डावल को प्रमाणित करते.है फिर उस डावल को लेकर हितग्राही सहकारी बैंक आते है,तब शाखा प्रमुख उनको पेन्शन की राशि उपलब्ध कराता है।इस प्रक्रिया को पूरा करने मे ये बेसहारा लोगो को कितनी समस्या आती होगी यह समझा जा सकता है।इस नियम को कहा से लाया गया है।क्या सहकारी बैकं के अन्य शाखाओ पर ऐसे नियम बने है या फिर आदिवासी बाहुल्य होने से इस तरह नियम बनाये गये है।ऐसा विद्वानो का मानना है। सहकारी बैंक मे बर्षो से है यह नियम यह क्षेत्र आदिवासी क्षेत्र होने से कर्मचारी अपने मन मुदाविक नियम बनाते रहते है और सचिवो से प्रमाणीकरण करवा के पैसा बेसहारा लोगो को देना यह नियम बर्षो से चला आ रहा है ।अगर कोई नियमो की जानकारी मागे तो कार्यालय संबधित प्रमुख का नाम बतायेगे कि उन्होने कहा है।या फिर बता देते है कि हितग्राही पैसो का सही उपयोग नही करते सही, हिसाब नही जानते इस लिये नियम बने है बता देते है।वैसे कुसमी मे लगभग सभी बैको मे अधिकतर जन कल्याणकारी योजनाये आ रही है और बैक के नये नये नियमो से हितग्राही को परेशान होते देखा जा रहा है।जबकि लोगो का मानना है कि अगर सःवयं के खाते पर भी किसी का प्रमाणीकरण किये बिना राशि नही मिलती तो खुद का खाते होने का क्या मतलब निकलता है। वही प्रधानमंत्री आवास के हितग्राहियो को कैसे गुजरना पडेगा राशि आ चुकी है जल्द से जल्द नियम बनाये जाने की जानकारी क्षेत्र मे आग की तरह फैल रही है।