सीधी; जिले प्रभारी कलेक्टर सुनील दुबे ने बताया कि स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत जनपद पंचायत सीधी को खुले में शौच से मुक्त करने के लिए पर्यवेक्षण, निरीक्षण तथा जनजागरूकता पैदा करने के लिए 115 नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए थे। इन्हें निगरानी समिति के साथ प्रातः 4 बजे भ्रमण कर खुले में शौच जाने वाले ग्रामीणों को समझाइस देना था और शौचालय का उपयोग करने के लिए प्रेरित करना था लेकिन 15 नोडल अधिकारी निगरानी समिति के साथ नहीं गए। कलेक्टर ने इसे अनुशासनहीनता मानते हुए उस दिन का कार्य नहीं तो वेतन नहीं स्वीकृत किया है। प्रभारी कलेक्टर श्री दुबे ने बताया कि ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी शैलेन्द्र सिंह, सचिव दिनेश प्रसाद जायसवाल, राजेश सिंह, वनपाल शीवेन्द्र सिंह, ग्रामीण रोजगार सहायक राकेश कुमार सिंह, सचिव जगदीश प्रसाद जायसवाल, ग्रामीण उद्यान विकास अधिकारी श्यामसुन्दर, पटवारी अर्जुन सिंह, प्रभारी सचिव दीवी प्रसाद उपाध्याय,वरिष्ठ उद्यान विकास अधिकारी के.एस.चन्देल 7 फरवरी को अनुपस्थित मिले। इसी प्रकार वनपाल राजेश कुमार शुक्ला, प्रभारी सचिव शुभलायक प्रसाद कोल, वनपाल गोपाल प्रसाद दुबे, 8 फरवरी को एवं सचिव हरिमोहन दुबे, भू-सर्वेक्षण अधिकारी सीएन मिश्रा 9 फरवरी को अनुपस्थित पाए गए।