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Home सीधी दर्पण बिना काम के ही राशि हजम कर गये देवर भाभी,ग्रामीणों ने कलेक्टर से लगाई गुहार....

बिना काम के ही राशि हजम कर गये देवर भाभी,ग्रामीणों ने कलेक्टर से लगाई गुहार....

सीधी(ईन्यूज एमपी)- जनपद पंचायत मझौली के ग्राम पंचायत छुही में भारी अनियमितता का मामला प्रकाश में आया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत छुही के पूर्व सरपंच राजकुमारी विश्वकर्मा व पूर्व सचिव हरिहर प्रसाद विश्वकर्मा द्वारा बिना कार्य के ही लाखो रुपये की राशि का अहरण कर लिया गया है।
बता दें कि पूर्व सरपंच व सचिव द्वारा लाखों रुपए के कार्य महज कागजों में ही पूर्ण कर लिए गए हैं जिनका वास्तविकता के धरातल पर कहीं अता-पता ही नहीं और तो और कई बार स्थानीय जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों द्वारा अधिकारियों को व्यक्तिगत व जनसुनवाई में भी शिकायत दर्ज कराई गई पर नतीजा कुछ नहीं निकला ग्रामीणों की मानें तो पूर्व सरपंच व सचिव दोनों आपस में सगे रिश्तेदार हैं और इनके द्वारा विगत 15 वर्षों में पंचायत में लाखों का गबन किया गया तथा पंचायत का शोषण किया गया है।

ग्रामीणों के बताये अनुसार पंचायत मे कई ऐसे कार्य है जो कभी हुये ही नही पर उनके नाम पर राशि अहरित हो चुकी है जैसे कि- (1)नाला बंधान पक्का जो की लागत राशि 2.50 लाख (2) नाला बंधन अरदन लागत राशि 2 लाख (3)तालाब निर्माण छुही लागत राशि 3.10लाख (4) छोटेलाल प्रजापति का कूप मरम्मत जबकि छोटेलाल के पास कूप है ही नहीं तो मरम्मत होने का सवाल ही नहीं उठता इसी तरह छुही मे सीधी व्यैहारी मार्ग में वृक्षारोपण 3.10लाख उक्त समस्त काम मैदानी स्तर पर नहीं कराए गए हैं और राशि का आहरण कर लिया गया था जिसकी जांच के लिए जनपद सदस्य वार्ड क्रमांक 20 छुही के द्वारा जनसुनवाई में आवेदन प्रस्तुत किया गया था जिसकी जांच दल गठित हुई थी जिसमें एसडीओ व उपयंत्री द्वारा 2 फरवरी को जांच के लिए ग्राम पंचायत भवन छुही में उपस्थित हुए और पूर्व सरपंच सचिव को बुलाया गया जिसके द्वारा कहा गया कि मुझे भी यह काम मालूम नहीं है मुझे सात दिवस का समय दिया जाए मैं यह कार्य देख लेता हूं क्या कैसे हैं उनके बात से साफ जाहिर होता है कि काम मैदान पर नहीं कराया गया है यदि कराया गया होता तो सात दिवस का समय नहीं मांगा जाता अब देखते हैं कि सात दिवस में क्या विश्वकर्मा जी नाला बनवा देते हैं स्टॉप डैम बनवा देते हैं वृक्षारोपण का कार्य करवा लेते हैं यह तो अब अगले जांच दिनांक 9/02/2018 को ही पता चलेगा।
गांव वालो की माने तो अगर इनकी विधिवत जांच कराई जाए तो करोड़ों का घोटाला इनके द्वारा किया गया है क्योंकि यह सगे देवर भाभी विगत 15 साल से ग्राम पंचायत छुही में सरपंच सचिव पद पर पदस्थ थे । जनपद सदस्य व ग्रामीण जनों द्वारा जिला कलेक्टर से इनकी विधिवत जांच की मांग जन सुनवाई मे की गई है।

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