सीधी(ईन्यूज एमपी)-जिले में किचन शेड निर्माण में करोडो़ की गड़बड़ी का मामला ठंडे बस्ते में बंद हो गया है साथ ही दोषी अधिकारी के ऊपर आज तक कोई कार्यवाई नही हुई है बल्कि उन्हें और लाभ के पद का कार्यभार सौप दिया गया है ...? आईएएस अधिकारी CEO अर्पित वर्मा के सामने यह एक वड़ी चुनौती है , देखना होगा कि आखिर इस ठण्डे मामले को गरम करेंगें या फिर ....? जिला पंचायत में बीते दिनों किचन शेड निर्माण में भारी अनिमियता का मामला बड़े जोर से शुर्खियो में आया था और जांच के बाद मामला सही भी पाया गया था, यहाँ तक की अवैध तरीके से जारी की गई एक करोड़ चौआलिस लाख की राशि भी वापस जिला पंचायत के खाते में ले ली गयी थी लेकिन दोषी अधिकारी पर आब तक कार्यवाही न होना कही न कही निष्पक्षता के दावो को झूठ के कटघरे में खड़ा कर रहा है | बतादे की जिला पंचायत में बहुचर्चित एपीओ साहब द्वारा शासन से प्राप्त किचन शेड निर्माण की राशी गलत तरीके से जारी कर दी गयी थी| दरअसल शासन की मंशा थी की जो विद्यालय किचनशेड विहीन है उनमे किचन शेड निर्माण कराया जाये लेकिन प्रभारी महोदय द्वारा जहाँ पूर्व से किचन शेड बने हुए है उन्ही को साठ गाठ कर राशि जारी कर दी गयी थी, जबकि किचनशेड विहीन विद्यालय आज भी किचनशेड के इन्तजार में है,इस पूरे मामले की जाँच में यह तथ्य भी उभर कर सामने आया था की प्रभारी द्वारा गलत किया गया था और जिन विद्यालाओ को राशी जारी की गयी थी, उनसे राशी भी वापस ले ली गयी लेकिन दोषी पर आब तक कार्यवाही नही हुई है, बल्कि उन्हें अन्य महत्वपूर्ण शाखाओ के प्रभार भी सौप दिए गए है | इन तमाम बातो से यह स्पष्ट होता है की दोषी प्रभारी अधिकारी जो की मूलतः अन्य विभाग के है, की पकड़ बड़ी तगड़ी है नही तो जहाँ एक ओर सभी कर्मचारियो को उनके मूल विभाग में वापस किया जा रहा है, और वही दूसरी ओर इनकी अनेको गलतियो के बाद भी इन्हे दण्डित करने के बजाय प्रभार पर प्रभार सौपे जा रहे है, और वर्तमान में तो इनके द्वारा अपनी बिरादरी के लोगो को ही सताया जा रहा है |अब देखन है की इनकी घर वापसी होती है या फिर ये भी अक्षय पात्र धारी है...?