पथरौला/सीधी (ईन्यूज यमपी):-विगत 12 जनवरी को नवागत कलेक्टर अभिषेक सिंह व जिला पंचायत सीईओ अवी प्रसाद के कुशमी जनपद अन्तर्गत जन चौपाल कार्यक्रम के दौरान ग्राम पंचायत बस्तुआ मे कलेक्टर को एक शिक्षक द्वारा रिश्वत के तौर पर तीन किलो खोवा लेने की शिकायत मिली थी। जिसे सुनकर कलेक्टर सिंह भौचक्के रह गये थे। और शिकायत को गंभीरता से लेते हुए सहायक आयुक्त से पूंछतांछ भी की गई थी। जिस पर सहायक आयुक्त ने कलेक्टर को बताया था कि शिकायत की पुष्टि हो गई है। शिकायत सही पाई गई है। जिसे संज्ञान मे लेते हुए कलेक्टर सिंह द्वारा सहायक आयुक्त को प्रभारी प्राचार्य उदय कुमार दर्के के खिलाफ कार्यवाही करनें का आदेश दिया था। किन्तु जिम्मेदारों ने आज दिनांक तक किसी भी प्रकार की कार्यवाही करना शुनिश्चित नहीं किया गया है। बल्कि आरोपी शिक्षक द्वारा कई लोगों को शिकायतकर्ता के घर भेजकर तरह तरह का प्रलोभन दिया जाता है। और बात नहीं मानने पर घर से उठवा ले जाने व शिक्षक द्वारा हरिजन थाना मे शिकायत करने की धमकियां भी दी जाती हैं। जिससे शिकायतकर्ता मानसिक रुप से काफी परेशान है। शिकायतकर्ता रामायण तिवारी पिता उमादत्त तिवारी उम्र 45 वर्ष निवासी रामगढ (बस्तुआ) ने बताया की मेरा बेटा राकेश तिवारी सत्र 2017-18 मे कक्षा 9 वीं मे हाई स्कूल बस्तुआ मे अध्ययन रत था। बेटा पढने मे कमजोर था। जिसे परीक्षा में पास करनें के लिये प्रभारी प्राचार्य उदय कुमार दर्के द्वारा बतौर रिश्वत तीन किलो खोवा व एक हजार रुपये नगद की मांग की गई थी। और मेरे द्वारा बेटे को पास करवाने के लिए प्राचार्य की मांग पूरी कर दी गई थी। लेकिन परिक्षा परिणाम आने पर बेटा फेल था। जिसकी अंक सूची भी आज तक नहीं दी गई और कहा गया कि सीधी मे परिक्षा दिलवाकर अगले साल 10वीं पास करवा देंगें। और विद्यालय से कक्षा 10 वीं की किताबें देकर दो माह तक बेटे को कक्षा 10 वीं के कमरे बैठाया भी गया। किन्तु दो माह बाद बेटे को विद्यालय से निकाल दिया गया। शिकायतकर्ता ने बताया की उपरोक्त की शिकायत मेरे द्वारा सीयम हेल्पलाइन मे की गई थी जिसकी जांच के दौरान भी मुझे डराया धमकाया जाने लगा और शिकायत कटवाने के लिये दबाव बनाया जाने लगा था। साथ ही कूटरचित पंचनामा तैयार कर शिकायत को झूठी करार देने का प्रयास भी किया गया। जिसकी शिकायत मेरे द्वारा बस्तुआ मे जन चौपाल मे जिला कलेक्टर से की गई थी। शिकायतकर्ता ने बताया कि कलेक्टर से शिकायत करनें के बाद मुझे व मेरे परिवार को तरह तरह के प्रलोभन घर जाकर व फोन से कई लोगों द्वारा दिया जा रहा है। साथ ही बात नहीं मानने पर घर से उठवा ले जाने तथा हरिजन थाना मे शिकायत दर्ज कराने और झूठा केश लगवा कर जेल भेजवाने की धमकियां दी जाती हैं। शिकायतकर्ता द्वारा समाचार पत्र के माध्यम से जिला कलेक्टर का ध्यान आकृष्ट कराते हुए अपने जान माल के सुरक्षा की गुहार लगाई है। शिकायतकर्ता का कहना है कि मेरा घर बीरान जंगल मे है। तथा मै मजदूर आदमी हूँ। हर समय घर मे नहीं रहता हूँ। यदि मेरे व मेरे परिवार के साथ किसी भी प्रकार की घटना घटित हुई तो उसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।