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Home सीधी दर्पण गरीब छात्रो को शुल्क माफी योजना का लाभ दिलाने जिम्मेदारों ने नही दिखाई दिलचस्पी, *मामला आदिवासी जनपद पंचायत कुशमी मे संचालित स्कूलों का

गरीब छात्रो को शुल्क माफी योजना का लाभ दिलाने जिम्मेदारों ने नही दिखाई दिलचस्पी, *मामला आदिवासी जनपद पंचायत कुशमी मे संचालित स्कूलों का

पथरौला/सीधी (ईन्यूज यमपी):-सरकार द्वारा निर्धन छात्रो के लिये संबल योजना के तहत चलाई गई शुल्क माफी योजना के लाभ से जनपद अन्तर्गत हजारों गरीब छात्र वंचित रह गये। और यह योजना भी अफसरशाही की भेंट चढती दिखाई दे रही है। ऐसा ही मामला प्रकाश मे आया है जनपद पंचायत कुशमी अन्तर्गत संचालित शासकिय हाई स्कूल गुडुआधार का जहां विगत दिवश
भ्रमण के दौरान यहां अध्ययन करनें वाले सैकड़ों छात्र छात्राओं ने बताया की हम लोगों से आठ सौ से लेकर पन्द्रह सौ रूपये तक प्रवेश व परिक्षा शुल्क के नाम पर तकरीबन 70 हजार रुपये अध्यापक संविदा वर्ग दो रमाशंकर बैगा द्वारा लिया गया है। छात्रो ने बताया कि शिक्षक द्वारा फीस की राशि संबल योजना का कार्ड जमा करवाने के बावजूद भी वापस नहीं की जा रही थी। जिस पर हम लोगों ने अपने परिजनों को बताया और परिजन दो दिन लगातार विद्यालय आकर पैसे वापस करनें का दबाव बनाया तो शिक्षक रमाशंकर बैगा सप्ताह भर से विद्यालय आना ही बंद कर दिये हैं। जबकि राज्य सरकार द्वारा संबल योजना के तहत असंगठित मजदूरों का पंजीयन कर योजना का कार्ड बना कर सभी मजदूरों को वितरित करनें का आदेश समस्त ग्राम पंचायतों को दिया था। शिक्षा विभाग को इसी योजना का कार्ड जमा कर निर्धन छात्रों की प्रवेश व परिक्षा शुल्क माफ करने के लिये आदेशित किया गया था। इतना ही नहीं जिन विद्यालयों मे छात्रों से फीस ली जा चुकी थी वहां के संस्था प्रमुख को असंगठित मजदूर का पंजियन कार्ड की छाया प्रति जमा करवा कर फीस की राशि छात्रों को वापस करने के लिये भी आदेशित किया गया था। किन्तु विभागीय अधिकारियों की अनदेखी के कारण निर्धन छात्रों को योजना का लाभ नहीं मिल सका है। हलांकि यह कोई पहली विद्यालय नहीं है। अधिकांश विद्यालयों मे इस योजना के यही हालात हैं। ग्रामीणों द्वारा नवागत जिला कलेक्टर अभिषेक सिंह का ध्यान आकृष्ट कराते हुए शुल्क की राशि वापस कराये जाने की गुहार लगाई है।

*एक माह से लापता शिक्षक निलंबित*:-विद्यालय मे उपस्थित छात्र छात्राओं के अलावा अन्य शिक्षकों ने बताया कि छात्रों से ली गई शुल्क के वापसी के लिये अविभावकों द्वारा विद्यालय में आकर अध्यापक रमाशंकर बैगा के ऊपर दबाव बनाने लगे तो शिक्षक रमाशंकर बैगा विद्यालय आना ही बंद कर दिये थे। बताया गया कि विगत 1 दिसम्बर 18 से उक्त शिक्षक लगातार नदारद थे। साथ ही विद्यालय में किसी भी प्रकार के अवकाश आदि का आवेदन नहीं दिया गया था। ना ही उक्त शिक्षक बारे मे विद्यालय परिवार को किसी प्रकार की जानकारी थी। हलांकि विगत दिनों कलेक्टर अभिषेक सिंह द्वारा उक्त शिक्षक को अनुपस्थिति पाये जाने पर निलंबित तो कर दिया गया है। लेकिन उन गरीब बच्चों के पैसे कैसे वापस होंगें ये उच्चाधिकारी ही जानें।

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