सीधी(ईन्यूज़ एमपी)- विधानसभा आम निर्वाचन-2018 को दृष्टिगत रखते हुए निर्वाचन आयोग की मंशानुसार कलेक्टर एवं ज़िला निर्वाचन अधिकारी दिलीप कुमार के निर्देशन में दिनांक 27 एवं 28 अक्टूबर को पीठासीन अधिकारी एवं मतदान अधिकारी क्रमांक-1 लगभग 3500 अधिकारियों को प्रशिक्षण प्रदान किया गया जिसमें लगभग 250 महिला अधिकारी भी सम्मिलित रहीं। ज़िले में प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 2 के मान से कुल 8 पिंक बूथ बनाए जा रहे हैं जिनमें मतदान दल में केवल महिला अधिकारियों की ड्यूटी लगायी जाएगी ।इसके अतिरिक्त आवश्यकता पड़ने पर महिला अधिकारियों को शहरी क्षेत्रों में भी ड्यूटी लगायी जाएगी। कलेक्टर श्री कुमार ने कहा कि पीठासीन अधिकारी एवं मतदान अधिकारी क्रमांक-1 निर्वाचन की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी हैं। श्री कुमार ने प्रशिक्षण में अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे मतदान प्रक्रिया को अच्छी तरह समझ लें। ईवीएम तथा व्हीव्हीपीएटी मशीन को संचालित कर देख लें और यदि कोई कठिनाई तो इसका निवारण अभी कर लें। आवश्यकता पड़ने पर मास्टर ट्रेनर से पुनः प्रक्रिया को समझ सकते हैं। पीठासीन व मतदान अधिकारियों के कर्तव्य बताए- प्रशिक्षण के दौरान मतदान संबंधी प्रक्रिया को बारीकी से समझाया गया। पीठासीन अधिकारी व मतदान अधिकारी क्रमांक-1 कर्तव्यों के बारे में विस्तार से समझाया गया। पीठासीन अधिकारी मतदान को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए उत्तरदायी होगा। मतदान केंद्र पर नियंत्रण व अनुशासन बनाकर रखेगा। मॉकपोल मतदान से एक घंटे पूर्व शुरू होगा- मास्टर ट्रेनर ने प्रशिक्षण में बताया कि मॉकपोल मतदान से एक घंटे पूर्व शुरू होगा। मॉकपोल मतदान अभिकर्ताओं के समक्ष किया जाएगा। यदि मतदान अभिकर्ता समय पर नहीं पहुंचते हैं तो पीठासीन अधिकारी अधिकतम 10 मिनिट तक इंतजार करेंगे। उसके बाद मॉकपोल की कार्यवाही की जाएगी। मॉकपोल के प्रारंभ में व्हीव्हीपीएटी का ड्रापबॉक्स खाली है को दिखाया जाएगा। उसके बाद सभी अभ्यर्थियों व नोटा सहित कम से कम 50 मत अनिवार्य रूप से डलवाए जाएंगे तथा डाले गए मतों को नोट भी किया जाएगा कि किस अभ्यर्थी को मॉकपोल में कितने मत डाले गए हैं। मॉकपोल में मत डालने के बाद ड्राप बाक्स से पर्चियां निकाली जाएंगी, जिनमें सात पर्चियां डायग्नोस्टिक होंगी। इनको नहीं गिना जाएगा। फिर शेष पर्चियां अभ्यर्थीवार जमा ली जाएंगी और उनको गिनकर नोट किए गए मतों से मिलान किया जाएगा। इसके बाद कंट्रोल यूनिट की क्लोज बटन दबाकर रिजल्ट देखा जाएगा, जो क्रम से अभ्यर्थीवार प्रदर्शित होगा। फिर कंट्रोल यूनिट पर प्रदर्शित रिजल्ट को मत पर्चियों से मिलान किया जाएगा। इस प्रकार मॉकपोल की प्रक्रिया पूरी होगी। दिव्यांगों को मिलेंगी विशेष सुविधाएँ- प्रशिक्षण में बताया गया कि 3 श्रेणी के मतदाताओं 80 वर्ष से अधिक आयु के वृद्ध, दिव्यांग तथा गर्भवती मतदाताओं को प्राथमिकता के आधार पर मतांकन की सुविधा प्रदान की जाएगी। मतदान समाप्ति के पश्चात् कंट्रोल यूनिट एवं व्हीव्हीपीएटी मशीन के साथ 6 प्रकार के लिफ़ाफ़े मतपत्र लेखा, पीठासीन की डायरी, विभिन्न प्रकार की घोषणाएँ, विज़िट शीट, 16 बिन्दुओं की प्रेक्षक रिपोर्ट तथा पीएस 05 की जानकारी संग्रहण केंद्र पर काउंटर 1 में जमा किए जायेंगे। शेष सामग्री अन्य काउंटरों में जमा किए जायेंगे। मतपत्र लेखा एवं पीठासीन डायरी को पूरी सतर्कता के साथ पूर्णरुपेण भरने के निर्देश दिए गए हैं। इस अवसर पर मतदान दल के अधिकारियों को प्रारूप 12 डाक मतपत्र का आवेदन वितरित किया गया तथा सम्पूर्ण प्रविष्टियाँ की गयी।