सीधी(सचीन्द्र मिश्र)- आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर प्रदेश के साथ केंद्र में हलचल तेज हो चुकी है, सत्ता और विपक्ष मतदाताओं को लुभाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं| लेकिन हम आज आने वाले चुनावों की नहीं बल्की बीते चुनावों के इतिहास के बारे में आपको रूबरू कराएँगे जो शायद कम ही लोगों को पता होगा| इस समय जिले में चार विधानसभ क्षेत्र हैं जिनमे सीधी, सिहावल, चुरहट और धौहनी शामिल है, लेकिन हम आज आपको उन विधानसभा क्षेत्रों के बारे में बताएँगे जो पहले जिले के विधानसभा क्षेत्र हुआ करते थे, लेकिन वर्तमान में नहीं हैं| इन विधानसभा क्षेत्रों से देश और प्रदेश के कई बड़े नेताओं ने राजनीति के गुर सीखे हैं| हम बात कर रहे हैं विधानसभ क्षेत्र मझौली की, जब पहले चुरहट विधानसभा नहीं हुआ करता था तब विधानसभा मझौली हुआ करता था, इसी मझौली विधानसभा से राजनीति के गुर सीख अर्जुन सिंह प्रदेश के मुख्यमंत्री और केन्द्रीय मंत्री बने| बात करते हैं चुनावों की तो 1957 में मझौली विधानसभा का पहला चुनाव हुआ था, इसके पहले विधायक अर्जुन सिंह थे| स्वर्गीय अर्जुन सिंह ने मझौली से बतौर निर्दलीय उम्मीदवार पर्चा दाखिल कर अपनी पहली जीत दर्ज कर राजनीति के शिखर तक पहुंचे| इस चुनाव में उन्हें 3001 वोट मिले थे, इस चुनाव में उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी जगत बहादुर सिंह को हराया था| जगत बहादुर सिंह को इस चुनाव में केवल 2376 वोट मिले थे| इसके बाद मझौली विधानसभा का दूसरा चुनाव 1962 में हुआ जिसमें इस बार कांग्रेस का हाँथ थाम अर्जुन सिंह ने एक बार फिर जीत हासिल की थी, उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी जगत बहादुर सिंह आर्य को परास्त किया था| इस चुनाव में अर्जुन सिंह को 9452 वोट मिले थे जबकि उनके निकटतम विपक्षी जगत बहादुर सिंह आर्य मात्र 6907 वोट ही पा सके थे| जबकी इसी चुनाव में जनता दल सोशलिस्ट से हर्दिहा निवासी कट्टर समाजवादी नेता राम प्रकाश दुबे ने 919 मत अर्जित कर अर्जुन सिंह के खिलाफ हमेशा विपक्ष का संखनाद करते रहे । इसके बाद मझौली विधानसभा का अंत हो गया और जिले के नये विधानसभा के रूप में चुरहट का उदय हुआ| 1967 में चुरहट विधानसभा का पहला चुनाव लड़ा गया, जिसमें चुरहट के दिग्गज नेता अर्जुन सिंह को हार का सामना करना पड़ा था| उन्हें किसने हराया और कौन बना चुरहट का पहला विधायक.......? जानने के लिए बने रहें हमारे साथ| हम आपको रोजाना ही सीधी जिले के इतिहास के चुनावों के दिलचस्प नतीजों और हकीकतों से रूबरू कराते रहेंगे ।