पथरौला/सीधी (ईन्यूज यमपी):-जिले के आदिवासी बाहुल्य जनपद पंचायत कुशमी अन्तर्गत संचालित होने वाली सरकारी विद्यालयों में पदस्थ शिक्षको की लापरवाही व मनमानी थमने का नाम नहीं ले रही है। तथा यहाँ पदस्थ आला अधिकारी बेलगाम शिक्षकों कर लगाम लगाने मे असमर्थ दिखाई दे रहे है। इसी का नतीजा है कि आठवीं कक्षा के छात्र छात्राओं से किताबें पढते नहीं बनता है। वहीं जनपद अन्तर्गत कई ऐसे गांव हैं जहाँ एक दशक के अन्तराल मे एक भी छात्र हाई स्कूल की परिक्षा पास नहीं कर पाया। अभी मेढकी पूर्व माध्यमिक विद्यालय मे ताला बंदी का मामला ठंडा भी नहीं हुआ और अब कुछ इसी तरह की शिक्षकों के लापरवाही की शिकायतें प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक शाला हरदी की आने लगी हैं। यहाँ पदस्थ शिक्षक रामसेवक कोरी की मनमानी हावी है। ग्रामीणों द्वारा बताया गया की प्राथमिक व माध्यमिक शाला मे महज एक सरकारी शिक्षक रामसेवक कोरी ही पदस्थ हैं। तथा चार अतिथि शिक्षक है। किन्तु सभी अतिथि शिक्षक रोजाना स्कूल नहीं आते हैं तथा प्रधानाध्यापक कोरी भी अधिकांश दिनो मे स्कूल से नदारद रहने के आदी हो गये हैं। ग्रामीणों की शिकायत पर प्राथमिक व पूर्व माधयमिक विद्यालय हरदी जो की एक ही प्रांगण में संचालित होती हैं। विगत दिवश भ्रमण के दौरान उक्त विद्यालय का जायजा दोपहर 2.40 पर लिया गया तो बडी भयावह स्थिति देखने को मिली। आलम ये था की प्रधानाध्यापक कोरी खडे होकर पांच आदिवासी नौनिहालों से बेलचा व फावडा से हैण्डपम्प के पास जमा घुटने भर गंदगी युक्त मलवा हटवा रहे थे। और विद्यालय प्रांगण मे बैठे तीन अतिथि शिक्षक गप्पें मार रहे थे तथा सारे बच्चे जहाँ तहां खेलकर टाइम पास कर रहे थे। पूछंने पर छात्र अजय कुमार सिंह गोड कक्षा-6, धर्मराज सिंह गोंड कक्षा-7, बंशगोपाल सिंह गोंड कक्षा-7, पुष्पराज सिंह गोंड कक्षा-8, तथा विकाश सिंह गोंड कक्षा-8 ने बताया कि हम लोग यहाँ पढने आते हैं लेकिन शिक्षक कोरी द्वारा आये दिन पढाई की जगह सफाई आदि करवायी जाती है। छात्रों ने बताया आज कोरी सर ने हैण्डपम्प के आसपास जमा गंदगी को साफ करनें को कहा था सो हम लोग नाली की सफाई कर रहे हैं। कई ग्रामीणों द्वारा बताया गया की दोपहर भोजनावकाश के बाद बच्चों को कक्षा मे नहीं बैठाया जाता है। बल्कि बच्चे खेलकूदकर समय व्यातीत करते हैं और शिक्षक गप्पें मारते बैठे रहते हैं। और समय से पहले ही बच्चों की छुट्टी कर दी जाती है। बताया गया कि स्कूल खुलने, बंद होने सहित शिक्षकों के आने, जाने का भी कोई समय ठिकाना नहीं रहता है। विद्यालय में कक्षा एक से पांच तक 70 छात्र दर्ज हैं जबकि उपस्थित 45 छात्र ही मिले तथा कक्षा छः से आठ तक 56 छात्र दर्ज हैं जबकि उपस्थित 44 छात्र ही मिले वहीं चार अतिथि शिक्षकों मे तीन ही विद्यालय में उपस्थित रहे। ग्रामीणो द्वारा जिला कलेक्टर दिलीप कुमार का ध्यान आकृष्ट कराते हुए विद्यालय के निरिक्षण की गुहार लगाई है।