सीधी/पथरौला(ईन्यूज एमपी)- देशभर मे आम जनता के जान-माल सहित सरकारी सम्पत्तियों के सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस विभाग मे तैनात जवानों की होती है। किन्तु इस विभाग मे तैनात जवान जब खुद असुरक्षित महसूस कर रहें हो तो फिर आमजन की सुरक्षा कैसे हो पायेगी। ऐसा ही हाल है जिले के मझौली थाना अन्तर्गत पुलिस चौकी पथरौला मे पदस्थ पुलिस महकमे का। जहाँ पुलिस चौकी भवन की पूरी छत से पानी टपकता है। लिहाजा यहां वायरलेस मे डियूटी करनें वाले पुलिसकर्मियों को भवन के अन्दर छाता लगाकर बैठना पडता है। जो देखने भी अजीब लगता है। बताया गया कि तकरीबन एक दशक पूर्व सांसद मद से ग्राम स्वराज भवन पथरौला के नाम पर लगभग पांच लाख रुपये की स्वीकृति पंचायत को मिली थी। पंचायत द्वारा भवन का निर्माण करवा कर तैयार किया गया तो उसी भवन मे पुलिस चौकी संचालित होने लगी। आज की स्थिति मे उक्त भवन की छत का पूरा पानी भवन के अन्दर रिस रहा है। यहां तैनात अमले के द्वारा बताया गया कि सारे रिकॉर्ड बचाना मुश्किल हो रहा है। पूरे मालखाने की छत भी टपक रही है। यहां रखी सामग्रियों सहित रिकार्ड कैसे बचाया जाय समझ मे नहीं आता। अपना दर्द बंया करते हुए जवानों ने बताया कि दिन भर काम की व्यस्तता रहती है और पानी के कारण पूरी रात छाता लेकर बैठने मे गुजर जाती है। लेकिन कोई ध्यान देने वाला नहीं है। हम अपनी समस्या कहें भी तो किससे कहें। बताते चलें की तकरीबन चार दशक पहले पुलिस चौकी पथरौला की स्थापना की गई थी। किन्तु इस पुलिस चौकी को आज तक स्थाई भवन नहीं मिला। नतीजन आज भी पुलिस चौकी दूसरे विभाग के भवन मे संचालित हो रही है। जबकि पुलिस चौकी के लिए जोगीपहाडी मे भूमि भी कई साल पहले आरक्षित कर ली गई है। किन्तु न तो भवन का निर्माण हुआ, नाही कर्मचारियों के आवास का निर्माण हो पाया। इसके लिए कभी किसी जनप्रतिनिधि ने सार्थक पहल भी नहीं की।