सीधी(ईन्यूज़ एमपी)- टोंको-रोंको-ठोंको क्रांतिकारी मोर्चा, आदिवासी एकता महासभा, एकता परिषद एवं माकपा ने एक साझा ज्ञापन पत्र कलेक्टर सीधी को सौंपकर सूचित किया है कि ज्ञापन पत्र में लिखी मांगों के समाधान हेतु बार-बार शासन एवं प्रशासन से आग्रह करने के बाद भी आदिवासियों किसानों एवं गरीबों की अनदेखी किए जाने से व्यथित होकर 9 अगस्त को SDM कार्यालय मझौली के समक्ष "जेल भरो आंदोलन" किया जाएगा। ज्ञापन पत्र में जिन समस्याओं के समाधान की मांग की गई है वह इस प्रकार से हैं - 1. नया भू-अर्जन कानून 2013 मूसामूड़ी एवं भुमका के किसानों के पक्ष में होने के कारण आर्यन पावर कंपनी के बजाय भूमि स्वामी के रूप में किसानों का नाम खसरे में अंकित किया जाय। 2. गुलाब सागर बांध से डूब किसानो से धोखाधड़ी नहीं किसानों की भूमि में स्थित परिसंपत्तियों का मुआवजा एवं किसानों की सिंचित भूमियों का सिंचित दर से मुआवजा दिया जाय। 3. संजय टाइगर रिजर्व के 50 गांवों के ग्रामीणों एवं आदिवासियों का जबरदस्ती तथा मनमानी विस्थापन बंद किया जाए। 4. जल उपभोक्ता संथा बोकरो में पदस्थ सक्षम प्राधिकारी एस के शुक्ला द्वारा काडा (नाली) निर्माण का कार्य नियम विरुद्ध किसानों से बिना सहमति अपने चहेते ठेकेदारों से अनुउपयोगी एवं घटिया कराया गया है / जा रहा है एस के शुक्ला को सेवा से पृथक कर पुलिस में FIR की जाय। 5. वर्ष 2008 में ग्राम पंचायत तिलवारी में वाटरसेड कमेटी द्वारा कराए गए विभिन्न कार्यों में काम करने वाले मजदूरों की मजदूरी का भुगतान शीघ्र किया जाए तथा आज तक मजदूरी भुगतान न करने के दोषियों के खिलाफ पुलिस में FIR की जाए। 6. विद्युत वितरण केंद्र मझौली, मडवास एवं पोंडी वस्तुआ के अंतर्गत आने वाले गांवों में मनमानी बिजली कटौती बंद की जाए तथा दोषी बिजली कर्मचारियों के विरुद्ध दंडात्मक कार्यवाही की जाए। 7. बन एवं राजस्व भूमियों में पीढ़ियों से आबाद एवं कास्त कर रहे आदिवासियों को पट्टा दिया जाए। ज्ञापन सौंपते समय इन सब की उपस्थिति रही टोंको-रोंको-ठोंको क्रांतिकारी मोर्चा के संयोजक उमेश तिवारी माकपा के जिला सचिव कामरेड सुंदर सिंह शिव कुमार सिंह (आर्यन पावर कंपनी हेतु अधिग्रहित भूमि के पीड़ित किसान) राजकुमार तिवारी (मझौली) कुसुम कली सिंह (सरपंच सेंधवा) सरोज सिंह (जिला समन्वयक एकता परिषद) कामरेड बलराज सिंह (राज्य सचिव मध्य प्रदेश आदिवासी एकता महासभा) श्रीपाल सिंह (गुलाब सागर से डूब प्रभावित किसान) राजबहोर बैगा (क्रांतिकारी मोर्चा) भूपेंद्र कुशवाहा ( प्रभावित किसान) मयाशंकर शुक्ला, रामलाल सिंह, महिपाल सिंह, बंसू बैगा (पीड़ित आदिवासी संजय टाइगर रिजर्व) आदि