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Home सीधी दर्पण कलेक्टर और एसपी ने किया विद्यार्थियों से संवाद, पिछले दिनों हुयी घटना को लेकर कलेक्टर ने ली उत्कृष्ट विद्यालय प्रबंधन की क्लास

कलेक्टर और एसपी ने किया विद्यार्थियों से संवाद, पिछले दिनों हुयी घटना को लेकर कलेक्टर ने ली उत्कृष्ट विद्यालय प्रबंधन की क्लास

सीधी(ईन्यूज़ एमपी)- कलेक्टर दिलीप कुमार एवं पुलिस अधीक्षक तरूण नायक ने उत्कृष्ट विद्यालय के सभागार में आयोजित समेकित बाल संरक्षण कार्यक्रम में संवाद स्थापित कर विद्यार्थियों को अपनी ऊर्जा को सकारात्मक कार्यों में लगाने की सलाह दी। कलेक्टर श्री कुमार ने कहा कि विद्यालय का हमारे जीवन में विषेष स्थान होता है यह जीवन को सही दिशा देने का कार्य करता है। श्री कुमार ने छात्रों को सलाह दी वे अपने जीवन के उद्देष्यों को निर्धारित कर अपनी पूरी ऊर्जा उन उद्देष्यों की प्राप्ति के लिए लगायें। इस समय लिये गये निर्णय आपके जीवन की दिषा और दषा निर्धारित करते है। आपको अपने विवेक का उपयोग करते हुए नकारात्मक ऊर्जा वाले व्यक्तियों से सावधान रहने की आवष्यकता है।

पुलिस अधीक्षक नायक ने कहा कि सभी छात्र अपने जीवन में तथा कार्यांे में उत्कृष्टता लाने का प्रयास करें अपने जीवन के लक्ष्यों को निर्धारित करें तथा उनकेा प्राप्त करने में पूरी इमानदारी के साथ प्रयास करें। श्री नायक ने कहा कि युवा अवस्था में अनजाने में या नासमझी में किये गये गलत कार्यों का परिणाम हमें जीवन भर भुगतना पड़ता है इसलिए यह आवष्यक है कि हम असामाजिक तत्वों के बहकावे में न आयें तथा अपनी समस्याओं को सदैव उचित माध्यमों से ही संबंधित अधिकारियों को अवगत करायें। श्री नायक ने कहा कि विद्यालय के खुलनें एवं बंद होने के समय निर्भया मोबाइल पेट्रोलिंग करेगी इसलिए किसी भी छात्रा को परेशान होने की आवश्यकता नहीं है वे असामाजिक तत्वों के विरूद्ध उनसे व्यक्तिगत संपर्क करके भी अवगत करा सकती हैं।

इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा बच्चों को बाल अपराधों एवं उनके संरक्षण के लिए चलाये जा रहे कार्यक्रमों के विषय में विस्तार से जानकारी प्रदान की।

इसके पूर्व कलेक्टर श्री कुमार ने विद्यालय प्रबंधन से विगत दिवस हुयी घटना की वस्तुस्थित की समीक्षा करते हुए निर्देष दिए कि विद्यालय में सुरक्षा के सभी व्यवस्थायें सुनिष्चित की जायें, विद्यालय में अवांछित तत्वों के प्रवेष पर पूर्णरूपेण रोक लगाई जाये, सीसीटीवी सदैव चालू रहें, विद्यालय से बिना किसी पूर्व सूचना के कोई भी अध्यापक अनुपस्थित न रहें। बच्चों से नियमित संवाद बना के रखें उनकी समस्याओं का समाधान कर उन्हें अवगत कराना सुनिष्चित करें।

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