पथरौला/सीधी (ईन्यूज एमपी):-जिले के आदिवासी बिधान सभा क्षेत्र धौहनी 82 अन्तर्गत शासन द्वारा चलाई जा रही अति महत्तवाकांक्षी नल जल योजना विगत पांच सालों से दम तोडती नजर आ रही है। साथ ही बिधान सभा अन्तर्गत इस योजना के नाम पर लाखों रुपये खर्च कर बनाई गई टंकियां महज सो पीश बनकर रह गई है। लिहाजा बारिश के मौशम मे भी इन्द्रदेव के महेरवान न होने से ग्रामीण अंचल के लोगों को बूंंद बूंद पानी के लिए मोहताज होना पड रहा है। इतना ही नहीं यदि ग्रामीणों की बात पर गौर किया जाय तो कुछ ग्राम पंचायतों में पाइप लाइन के बाद पानी की टंकी का निर्माण कराते हुए फीता भी कटवा दिया गया किन्तु आज दिवस तक इन टंकियों मे बूंद भर पानी की सप्लाई नहीं की गई। बताया गया की सभी पंचायतों मे नल जल योजना के तहत बनाई गई टंकी का फीता भी क्षेत्रीय विधायक द्वारा ही काटा गया था किन्तु फीता काटने के बाद किसी ने इन टंकियों की ओर ध्यान नहीं दिया। लिहाजा यह योजना भी कमीशन की भेंट चढ गई ।ग्रामीणों की शिकायत पर सिरौला, डांगा, पोडी, डुहकुरिया, धुप्पखड, मेडरा, जूरी, कमछ आदि ग्राम पंचायतों का भ्रमण कर जायजा लिया गया तो हकीकत सामने आई। आलम ये है कि बिधान सभा अन्तर्गत संचालित अस्सी फीसदी नल जल योजनाएं ठप्प पडी हैं।और सरकारी खजाने मे लाखों रुपये की चपत लग गई। किन्तु स्थिति जस की तस बनी हुई है। ग्रामीणों ने बताया की नल जल योजना को चालू कराने के लिए जनप्रतिनिधियों सहित प्रशासनिक अधिकारियों से भी की गई किन्तु किसी ने ध्यान नहीं दिया। देखा गया कि जिन ग्राम पंचायतों में नलजल योजना चालू भी है तो महज दर्जन भर घरों में ही पानी की सप्लाई हो पाती है।