सीधी(ईन्यूज एमपी)- सीधी जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था चाहे सुधरे या न सुधरे लेकिन जिले के डाक्टर हमेशा सुर्खियो में बने रहते है, कभी लापरवाही के लिए तो कभी कुर्सी के लिए और अब तो अपने अधिकारों को दिखाने के लिए ही दो वरिष्ठ डाक्टर आमने सामने आ गये है जबकी दोनो ही जिम्मेदार पदों पर आसीन है | जिले में पदस्थ CMHO डाक्टर ब्ही.ब्ही.सिंह द्वारा सिविल सर्जन डाक्टर एस बी खरे को 2011 में जारी भोपाल से जारी एक पत्र के माध्यम से यह जताया है की जिले के साथ साथ हास्पिटल पर भी मेरा अधिकार आप से ज्यादा है व आप मेरे अन्दर में काम करेगे , अस्पताल में समस्त निर्णय व कार्यवाही में CMHO के आदेश का पालन होगा|जिसके मिलने के बाद समस्त डाक्टारो व सिविल सर्जन ने इसे तानाशाही पूर्ण आदेश कहा गया है, व अस्पताल की प्रशासनिक व्यवस्था में दखलअंदाजी को गलत बताया गया है | दरअसल पूरे मामले में यह बात उभर कर सामने आ रही है की CMHO द्वारा गलत तरीके से एक स्टाफ नर्स को शासकीय कमरा एलाट कर दिया गया है जबकी यह कमरा डॉक्टरो के लिए है व इसे सिविल सर्जन द्वारा पहले ही एक डाक्टर को एलाट किया जा चुका है , जिसे लेकर अब CMHO व सिविल सर्जन आमने सामने है | गौरतलब है की जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था का हाल बेहाल है जिसे पटरी पर लाने के लिए जिले के जिला प्रमुख द्वारा लगातार प्रयास किये जा रहे है लेकिन एन सब बातो को दर किनार कर अपने कार्य को महत्त्व न देकर स्वास्थ्य अमले के दोनो जिम्मेदार अधिकारी अपने अपने अधिकारों की सीमा के लिए लडाई लेने पर उतारू है|