सीधी(ईन्यूज़ एमपी)- कलेक्टर दिलीप कुमार ने जिला पर्यटन संवर्धन की जानकारी देते हुए बताया कि सीधी जिले का पर्यटन के क्षेत्र में चहुमुखी विकास किया जायेगा। इसी परिप्रेक्ष्य मे वन विभाग के ईको सेन्टर में जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। उन्होने कहा कि पूरे प्रदेश में 6 से 25 अक्टूबर तक पर्यटन पर्व के रूप में मनाया जा रहा है। उन्होने कहा कि जिले में पर्यटन की अपार सम्भावनाएं हैं। पर्यटकों को जिले के पर्यटक क्षेत्रों की ओर आकर्षित करने के लिए पर्यटक स्थलों का विकास और इन्हे आकर्षक बनाया जायेगा। पर्यटक स्थल की ओर आकर्षित करने के लिए छात्राओं को भवर खोह, चन्दरेह और घोघरा ले जाया गया। कलेक्टर दिलीप कुमार ने कहा कि स्थानीय लोग भी आवकाश के दिनों में पर्यटन स्थलों का भ्रमण करें जिले में भवरसेन, चन्दरेह, संजय टाईगर रिजर्व, भवरखोह, सोनघडियाल, घोघरा, गोपालदास बांध, गोरियरा बांध, बर्रचर बांध जैसे पर्यटन स्थल हैं। नगर पालिका अध्यक्ष देवेन्द्र सिंह ने कहा कि किसी भी पर्यटन स्थल के विकास के लिए आवश्यक है कि वहां समुचित साफ- सफाई हो और पर्यावरण प्रदूषित न हो। पूर्व में सीधी जिले के अधिकांश क्षेत्र में जंगल विद्यमान था यहां पर बहुसंख्या में वन्य प्राणी मौजूद थे विश्व प्रसिद्ध सफेद शेर, मोहन सीधी के जंगलों में ही पकडा गया था। अतः जिले में स्थित पर्यटक केन्द्रों को विकसित और आर्कषित बनाने के साथ ही इसका व्यापक प्रचार प्रसार करने की आवश्यकता है। समाज सेवी विनय सिंह ने कहा कि किसी भी क्षेत्र को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए आवश्यक है कि उसको ऐतिहासिक, धार्मिक पर्यटन के रूप में क्या महत्व था। सीधी जिले का प्राचीन इतिहास समृद्धशाली था इस जिले से सम्राट अशोक, सोन नदी के किनारे किनारे कलिंग युद्ध करने गये थे, इसके साथ ही यदि इस क्षेत्र का विकास किया जाय तो पर्यटन स्थलों के रूप में यह जिला भी समिृद्धशाली साबित होगा। इको सेन्टर में बाल विकास विभाग, और वन विभाग द्वारा आकर्षक प्रदर्शनी आयोजित की गई कार्यक्रम में संजय टाईगर रिजर्व द्वारा प्रोजेक्टर के माध्यम से फिल्म का प्रर्दशन किया गया। कुसमी के शैला नर्तकदलों द्वारा आकर्षक नृत्य और गुदुम्ब बाद्य यंत्र बजाया गया। कार्यक्रम में उत्कृष्ट विद्यालय के छात्रों को विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजयी होने पर पुरस्कृत किया गया।