सीधी(ईन्यूज़ एमपी)- कलेक्टर दिलीप कुमार की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग एवं महिला बाल विकास विभाग की समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में डाॅ. व्ही.बी सिंह मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, डाॅ.डी.के. द्विवेदी सिविल सर्जन, अवधेश सिंह जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास विभाग, प्रवेश कुमार मिश्रा जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी तथा स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे। कलेक्टर ने निर्देश दिये कि सी.एम. हेल्पलाइन में जननी सुरक्षा योजना से सम्बन्धित शिकायतों का त्वरित निराकरण करें। उल्लेखनीय है कि सी.एम. हेल्पलाइन में जननी सुरक्षा योजना के कुल 367 शिकायतें लम्बित हैं जिनमे से 2016-17 की 163 शिकायते हैं। कलेक्टर ने जिले में संस्थागत प्रसव का प्रतिशत कम होने पर अप्रसन्नता व्यक्त की तथा निर्देश दिये कि जिले में संस्थागत प्रसव शत-प्रतिशत करने के प्रयास करें। जिले में जिन स्थानों पर जननी एक्सप्रेस की आवश्यकता है उसकी जानकारी तत्काल कलेक्टर कार्यालय को उपलब्ध करावें। उन्होने महिला बाल विकास अधिकारियों को निर्देश दिये कि सभी गर्भवती महिलाओं के प्रसव की ट्रैकिंग करें। उन्होने खण्ड चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे अपने क्षेत्र का नियमित भ्रमण कर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों का निरीक्षण करें। तथा लापरवाही करने वाले कर्मचारियों के विरूद्ध कडी कार्यवाही करें। उन्होने खण्ड चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिये कि महिला स्वास्थ्य शिविर का डाटा सात दिवस के अन्दर पोर्टल में फीड करना सुनिश्चित करे। कलेक्टर ने सघन मिशन इन्द्रधनुष अभियान के अन्र्तगत जिले में 90 प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिये उल्लेखनीय है कि यह अभियान अक्टूबर 2017 से जनवरी 2018 तक 4 चरणों में पूर्ण किया जाना है। उन्होने महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि पोषण पुर्नवास केन्द्रों के बच्चों का फालोअप अनिवार्य रूप से करायें। जिन बच्चों का फालोअप किन्ही कारणों से छूट गया है उनका भी फालोअप कराना सुनिश्चित करें। सभी आॅगनवाडी केन्द्रों में सूखा नास्ता का वितरण शत-प्रतिशत तत्काल प्रारम्भ करायें तथा 1 सितम्बर 2017 से सभी सी.डी.पी.ओ. तथा सुपरवाईजर अपने भ्रमण की पाक्षिक डायरी अनिवार्य रूप से प्रस्तुत करेंगे।