भोपाल (ईन्यूज एमपी)- मऊगंज को मध्य प्रदेश का 53वां जिला बनाने के बाद शिवराज सरकार ने 54वें जिले के गठन की प्रक्रिया भी प्रारंभ कर दी है। नागदा प्रदेश का 54वां जिला होगा यह विधानसभा चुनाव से पहले अस्तित्व में आ जाएगा। 28 अगस्त तक दावे-आपत्ति बुलाए इसके लिए राजस्व विभाग ने प्रारंभिक अधिसूचना जारी कर 28 अगस्त तक दावे-आपत्ति बुलाए हैं। सितंबर अंत तक इनका निराकरण कर जिले के गठन और पद सृजन की अनुमति शिवराज कैबिनेट से लेकर अंतिम अधिसूचना जारी कर दी जाएगी। उज्जैन और रतलाम जिले की तहसीलों को मिलाकर नागदा जिला बनेगा राजस्व विभाग के अधिकारियों ने बताया कि उज्जैन और रतलाम जिले की तहसीलों को मिलाकर नागदा जिला बनेगा। नागदा में उज्जैन की नागदा और खाचरौद तहसील शामिल की जाएंगी। जबकि, रतलाम जिले की आलोट और ताल तहसील नागदा का भाग होंगी। यह होगी तस्वीर नए जिले के गठन के बाद उज्जैन में उज्जैन नगर, उज्जैन, कोठी महल, घटिया, तराना, महिदपुर, बड़नगर, झारड़ा और माकड़ाेन तहसील का संपूर्ण भाग रहेगा। इसी तरह रतलाम जिले में रतलाम शहर, रतलाम ग्रामीण, सैलाना, रावटी, बाजना, जावरा और पिपलोदा तहसील का संपूर्ण भाग आएगा। नागदा जिले के पूर्व में उज्जैन, पश्चिम में रतलाम, उत्तर में मंदसौर और झालावाड़ (राजस्थान) और दक्षिण में उज्जैन जिले की सीमा रहेगी। जनभावनाओं को देखते हुए नवगठित होने वाले जिले का मुख्यालय निर्धारित होगा।