रीवा (ईन्यूज एमपी)-रीवा जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गुढ़ में नेत्र शिविर कराने पहुंचे वॉलंटियरों के साथ मारपीट का मामला सामने आया है। सूत्रों की मानें तो एनजीओ के सदस्यों ने अव्यवस्था पर सवाल उठाते हुए चिकित्सा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना देने लगे। साथ ही मोबाइल पर फोटो व वीडियो बनाने लगे। इसी बीच गुढ़ सीएससी का मेडिकल ऑफिसर भड़क गया। उसने बाहरी गुर्गों को बुलाया। इसके बाद अस्पताल का गेट बंदकर एनजीओ टीम के 5 लोगों को जमकर पीटा। अपने लोगों को बचाने के लिए महिला NGO संचालक ने एसपी नवनीत भसीन को सूचना दी। ऐसे में चिकित्सक आक्रोशित होकर युवती से छेड़छाड़ शुरू कर दिया। कुछ ही मिनटों बाद पहुंची गुढ़ पुलिस ने एनजीओ के सदस्यों को बचाकर थाने ले गई है। क्या है पूरा मामला रीवा की श्लेषा शुक्ला बेनिसन हेल्पिंग सोशल वेलफेयर सोसाइटी चलाती है। वे कुछ माह से सीएमएचओ के कहने पर गरीब पर वृद्धों की मदद के लिए नेत्र शिविर चला रही है। क्रमश: जिले के विकासखंड मुख्यालय क्षेत्र में कैंप करती है। यहां मिलने वाले मोतियाबिंद के रोगियों को समाजिक कार्यकर्ताओं की मदद से वाहन में बैठाकर रीवा के संजय गांधी अस्पताल लेकर जाती है। वहां ऑपरेशन के बाद एक-दो दिन के अंदर हितग्राहियों को पुन: उनके गांवों में छोड़ने का कार्य करते है। इसी बीच खाना, रास्ता आदि सरकार व सामाजिक लोगों की मदद से उपलब्ध कराया जाता है। दावा है कि 13 दिसंबर की सुबह 10 बजे श्लेषा शुक्ला अपनी टीम के पांच सदस्यों के साथ गुढ़ सीएचसी पहुंची थी। शिविर में 50 की जगह महज 5 लोग आए थे। दावा है कि रीवा जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक गुढ़ सीएचसी का नेत्र शिविर नहीं लगा था। ऐसे में एनजीओ की टीम ने सवाल-जवाब किया। इसी बात पर मेडिकल ऑफिसर भड़क गया। साथ ही गाली-गलौज पर उतारू हो गया। जब वॉलंटियर वीडियो बनाने लगे तो भड़क गया। फिर चिकित्सक ने 10 से 15 बाहरी लोगों को बुलाकर मारपीट की है। गुढ़ थाना प्रभारी अरविंद सिंह राठौर की मानें तो मेडिकल ऑफिसर डॉ. कल्याण सिंह सहित दो अन्य लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 354, 294, 323, 34 का प्रकरण दर्ज कर लिया है। फरियादी युवती की शिकायत पर पूरे मामले की जांच की जा रही है। आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज और वायरल वीडियो के आधार पर सभी की भूमिका खोजी जा रही है।