सीधी (ईन्यूज एमपी)ग्राम हनुमानगढ़ में आयोजित भगवत् पुराण के पांचवें दिन भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव पर सभी श्रोतागण झूम उठे तथा भक्ति में डूबे रहे तथा जय श्री कृष्ण जय श्री कृष्ण के नारों से पूरा क्षेत्र गुंजायमान हो गया । इस अवसर पर मुख्य कथावाचक आचार्य कुंडल जी महाराज ने भगवान की लीलाओं का वर्णन किया करते हुए कहा कि भगवान ने मनुष्य के रूप में जन्म लेकर यह सिद्ध करने का प्रयास किया कि जब जब धरती में असुर और अभिमानी लोग पैदा होते हैं तो उनके संघार के लिए उन्हें फिर से धरा पर अवतार लेना पड़ता है आपने कहा भगवान श्री कृष्ण ने मात्र कंस को ही नहीं बल्कि जितने आतताई और अधर्मी राक्षस हुए सभी का संघार किया है। सद्गुरुदेव भगवान श्री मुकुंद आचार्य जी महाराज की प्रेरणा वह कुलगुरू राजेश आचार्य जी के मार्गदर्शन में वरिष्ठ समाजसेवी शिवकुमार पांडे पूर्व सरपंच जो अपने तीनों भाइयों के साथ मिलकर चारों भाई सपरिवार भारतलाल पांडे , शत्रुघ्न प्रसाद पांडे, अनिल कुमार पांडे सपत्नी एक साथ श्रीमद् भागवत् ज्ञान यज्ञ का श्रवण कर रहे हैं। इस धार्मिक आयोजन में श्रवण करने वालों की संख्या काफी रही तथा आसपास के हजारों ग्रामीण कथा श्रवण करने कथास्थल पर पहुंचे और सभी श्रोता भगवान् जय श्री कृष्ण के नारे लगाते हुए भावविभोर हुए । कार्यक्रम के में मुख्य रूप से आचार्य श्रीकांत शुक्ला शास्त्री जी कनौजा, पंडित बृजेंद्र प्रसाद पांडे गौरदहा , सहित आचार्य पंडित विनोद जी, नीलांबर प्रसाद जी ने वेद मंत्रों का उच्चारण करते हुए श्रीमद् भागवत् कथा के प्रारंभ से लेकर अंत तक मंत्रों का वाचन किया । कार्यक्रम को सफल बनाने में पंडित संतोष कुमार पांडे, पंडित विनोद कुमार पांडे पंडित, पंकज कुमार पांडे, पंडित अच्युत कुमार पांडे, अंबुज कुमार पांडे, पंडित अरविंद कुमार पांडे, पंडित आलोक कुमार पांडे, पंडित अमरीश प्रसाद कुमार पांडे, प्रकाश पांडे, शुभम पांडे आदि सभी पांडे परिवार ने समस्त अतिथियों का भावभीना स्वागत व अभिनंदन किया तथा प्रसाद वितरण किया।