पथरौला/सीधी (ईन्यूज यमपी):--एकता परिषद के संयोजन में मझौली जनपद के ग्राम पंचायत नेबूहा अंतर्गत ग्राम कोठार में बरसों से उपेक्षा का दंश झेल रहे जील तालाब का गहरीकरण एवं मेड बंधान कर ग्रामीण उसे नया जीवन दिए हैं जिसके तहत तालाब की साफ सफाई व गहरीकरण का कार्य भी किया गया है। बताते चलें कि श्रम शक्ति अभियान एकता परिषद मध्य प्रदेश के द्वारा किए गए आह्वान के तहत कोरोना काल में ग्रामीण मजदूरों को श्रमिक इकाई के महत्व को बताने एवं समाज के लिए जल संरक्षण व संवर्धन के क्षेत्र में तालाब की साफ सफाई एवं गहरीकरण का कार्य जो समाज के लिए अनुकरणीय हो जिसे गत 22 फरवरी से सरोज सिंह संयोजक एकता परिषद जिला सीधी के संयोजन में सैकड़ों ग्रामीणों के साथ श्रमदान शिविर आयोजित कर उक्त तालाब का गहरीकरण एवं साफ सफाई का कार्य किया गया। जिस के समापन अवसर पर समारोह आयोजित कर उपरोक्त कार्य में श्रमदान कर रहे श्रमिकों को खाद्यान्न किट देकरसम्मानित किया गया। आयोजित समारोह के मुख्य अतिथि सुमन डाँ मनोज कोल रहीं वहीं अध्यक्षता अशोक नामदेव द्वारा की गई एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में सामाजिक कार्यकर्ता ज्योति प्रकाश नामदेव उपस्थित रहे।आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए डॉ मनोज कोल ने समाज में एकता परिषद के संयोजन में जल संरक्षण एवं पर्यावरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किए जाने की जम कर सराहना किए वहीं एकता परिषद द्वारा देशभर में किए जा रहे सामाजिक उत्थान एवं जन जागरूकता के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य पर भी प्रकाश डाला। इसके साथ ही श्रमिकों का उत्साहवर्धन करते हुए डॉ मनोज कोल ने ₹2000 देकर प्रोत्साहित भी किया।अन्य वक्ताओं द्वारा भी एकता परिषद के कार्य की सराहना करते हुए पर्यावरण संरक्षण पर अपने अपने विचार व्यक्त किए।कार्यक्रम में प्रमुख रुप से लोरिक यादव जिलाध्यक्ष एकता परिषद, राजेश शर्मा शिक्षक, रंगदेव कुशवाहा व ग्रामीण जन उपस्थित रहे।उक्त कार्यक्रम का सफल संचालन एकता परिषद जिला इकाई सीधी की संयोजक सरोज सिंह के द्वारा किया गया जो श्रमदान शिविर एवं आयोजित समारोह की आयोजक भी हैं एवं लोरिक यादव द्वारा आभार प्रकट किया गया। बताते चलें कि समापन समारोह आयोजित कर कार्यरत ग्रामीणों को खाद्यान्न किट देकर सम्मानित करने का कार्यक्रम सुनिश्चित किया गया था। श्रमदान शिविर में सहयोगी संस्था के रूप में "प्रयोग समाज सेवी संस्था" तिल्दा, नेवरा रायपुर (छत्तीसगढ़) है जिसके द्वारा कोरोना महामारी से बचाव के लिए स्लोगन के माध्यम से एवं संयोजक के माध्यम से जागरूक करने का भी कार्य किया जा रहा है जिसमें श्रमदान के समय भी कोरोना से बचाव की तकनीक अपनाने जिसमें एक दूसरे से 1 मीटर की दूरी बनाए रखें,मुंह में कपड़ा या मास्क लगाएं, प्रतिरक्षा के लिए काढ़ा का सेवन करें एवं हाथ मुंह साबुन से धोते रहें।