सीधी(ईन्यूज एमपी)अप्रैल-मई में होने वाली कक्षा 10वीं व 12वीं की वार्षिक परीक्षाओं के लिए शिक्षा विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। विभाग का सभी स्कूलों के साथ-साथ अब उन स्कूलों पर ज्यादा फोकस है, जिन स्कूलों का रिजल्ट पिछले साल ज्यादा खराब रहा था। विभाग ने सभी स्कूल प्रिंसिपल को कक्षा 10वीं में 64 प्रतिशत एवं कक्षा 12वीं में 74 प्रतिशत परीक्षा परिणाम लाने का लक्ष्य दिया है। विभाग ने प्रिंसिपल को रिजल्ट सुधारने के लिए विशेष योजना बनाने के निर्देश दिए हैं। कोरोना के कारण स्कूल बंद थी विद्यार्थियों की ऑनलाइन कक्षाएं चलाई जा रही थी डिजीलेप और मध्य प्रदेश दूरदर्शन से छात्रों को शैक्षणिक मटेरियल उपलब्ध कराया जा रहा था प 21 सितंबर से विद्यालय आंशिक रूप से खुले जिसमें विद्यार्थी अपने माता-पिता की सहमति से स्कूल में उपस्थित होकर ऑनलाइन पढ़े गए पाठ्यक्रम के डाउट को क्लियर कर सके। शिक्षकों ने सभी विद्यार्थियों को परामर्श दिए। दिनांक 18 दिसंबर से विद्यालय नियमित रूप से खोलें गए जिसमें बोर्ड की कक्षाएं 10वीं और 12वीं के विद्यार्थियों की नियमित कक्षाए प्रारम्भ हो चुकी है। सभी विद्यार्थियों का रिवीजन टेस्ट हुआ है। रिवीजन टेस्ट में विद्यार्थियों को पुस्तक से लिखने की अनुमति दी गई थी स फरवरी माह में विद्यार्थियों की अर्धवार्षिक परीक्षा संपन्न हो चुकी है स प्राचार्य को रिवीजन टेस्ट और अर्धवार्षिक परीक्षा के परिणाम के आधार पर डी एवं ई ग्रेड वाले विद्यार्थियों की उत्तर पुस्तिका का विषय शिक्षकों के साथ एनालिसिस कर प्रश्न बैंक और माड्यूल उपलब्ध कराया जा रहा है स जिन विद्यालयों का गत वर्ष का परीक्षा परिणाम बेहद खराब था ऐसे विद्यालयों पर विभाग की विशेष नजर है विभाग ने ऐसे स्कूल जहां नियमित शिक्षक नहीं है अतिथि शिक्षक भी नहीं मिल पाए हैं ऐसे स्कूलों में आसपास के स्कूलों के शिक्षकों की पदस्थापना की है स प्राचार्य को अगले 2 माह में रविवार सहित अवकाश के दिनों में कक्षाएं संचालित करने के निर्देश दिए गए हैं ।कलेक्टर श्री रवीन्द्र कुमार चौधरी द्वारा नियमित कक्षा संचालन के लिए जिला शिक्षा अधिकारी को कड़े निर्देश दिये हैं। साथ ही पालकों से अपील की गई है कि10 वीं और 12 वीं के छात्रों को स्कूल नियमित रूप से भेजे ।