enewsmp.com
Home सीधी दर्पण भारी पुलिस बल की मौजूदगी में 36 घंटे बाद तीनों शवों का हुआ अंतिम संस्कार

भारी पुलिस बल की मौजूदगी में 36 घंटे बाद तीनों शवों का हुआ अंतिम संस्कार

पथरौला(ईन्यूज एमपी) जिले के जनपद पंचायत कुशमी अन्तर्गत ग्राम पंचायत खैरी में सोमवार की रात हाथियों के झुंड ने यादव परिवार के दो मासूमों सहित एक बृद्ध को मौत के घाट उतार दिया था। हाथियों के झुंड के द्वारा लगातार किए जा रहे नुकसान और एक साथ किए गए तीन मौतों से आस पास के तकरीबन दर्जन भर गांवों के ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा और हजारों की संख्या में ग्रामीण सड़क पर उतर आए तथा तिलवारी जनकपुर मुख्य मार्ग पर कोटा छांदा में चक्काजाम कर आवागमन बाधित कर दिया गया। मौके की नजाकत को देखते हुए प्रशासन द्वारा भारी संख्या में जिला मुख्यालय से पुलिस बल की व्यवस्था की गई थी। मृतकों के परिजनों सहित ग्रामीणों की प्रशासन से मांग की जा रही थी कि हाथियों को संजय टाइगर रिजर्व के जंगलों से खदेड़ा जाय अथवा रेस्क्यू ऑपरेशन चला कर हाथियों को बंधक बनाया जाय जैसा कि दो वर्षों पूर्व में हुआ था। अपनी मांगों को लेकर अडे परिजनों ने शवों को मर्चुरी में ले जाने से पुलिस प्रशासन को रोक दिया। परिजनों का कहना था कि दोनों मासूमों का बाप नासिक शहर में कमाने गया है। जब तक वह घर नहीं आ जाता है तब तक ना ही शव का पोस्टमार्टम होगा और ना ही अंतिम संस्कार किया जाएगा। परिजनों की जिद के आगे प्रशासनिक अधिकारियों का मान मनौव्वल किसी काम नहीं आया। तब अपर कलेक्टर हर्षित पांचोली द्वारा जिला मुख्यालय से बर्फ की सिल्लियां मंगवा कर मृतकों घर में ही शवों को व्यवस्थित किया गया। इधर घटना से गुस्साए ग्रामीण सड़क पर बैठ गए और हाथियों को पकड़वाने की मांग को लेकर शाम 7.30 बजे तक अडे रहे। पूरे दिन चले इस घटनाक्रम में प्रशासन और ग्रामीणों के बीच नोंक-झोंक भी होती रही। शाम 7.30 बजे प्रशासन की समझाइश के बाद ग्रामीण सड़क छोड़कर अपने अपने घरों को चले गए। तब सड़क पर आवागमन चालू हो सका। ‌
ग्रामीणों ने किया पुलिस पर पथराव:- शाम तकरीबन 7.30 बजे पुलिस द्वारा सड़क पर से जाम तो हटवा दिया गया था। लेकिन असामाजिक तत्वों के द्वारा राहगीरों को परेशान ना किया जाए इस लिहाज से पुलिस की व्यवस्था जाम स्थल पर की गई थी। लेकिन रात्रि तकरीबन 9 बजे गांव के कुछ असामाजिक तत्वों के द्वारा पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया गया। असामाजिक तत्वों के द्वारा किए गए पथराव से एस आई अभिषेक सिंह परिहार की गाड़ी का कांच भी टूटने की खबर मिली है। अपने को असुरक्षित महसूस करते हुए पुलिस द्वारा असामाजिक तत्वों को गांव की तरफ खदेड़ा गया। इसके बाद शान्ति हुई।
पिता के पहुंचने पर हुआ पोस्टमार्टम:- मृतक मासूमों का पिता राजबहोर यादव नासिक से ट्रेन द्वारा रात्रि तकरीबन 1 बजे कटनी पहुंचा था। जिसे गृह ग्राम तक लाने के लिए प्रशासन द्वारा एक वाहन कटनी तक भेजा गया था। उसी वाहन से सुबह 5 बजे गृह ग्राम खैरी पहुंचा। तत्पश्चात सुबह 6 बजे प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में बी यम ओ मझौली डाक्टर राकेश तिवारी व डाक्टर बिकट सिंह पोंडी की टीम ने शवों का पोस्टमार्टम किया गया। पोस्टमार्टम उपरांत शव को अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया गया तथा खण्ड प्रशासन और वन विभाग के अधिकारियों की उपस्थिति में पुलिस बल की मौजूदगी में तीन चिंताएं एक साथ तैयार कर मासूमों और बृद्ध को परिवार के 60 वर्षीय बुजुर्ग गेंदलाल यादव ने मुखाग्नि दी।
बेहोश हुआ पिता पहुंच गया अस्पताल:- अपने कलेजे के दोनों टुकड़े सहित बड़े पिता जी को चिता में जलता देख मासूमों का बाप बेहोश हो गया। जिसे होश में लाने का काफी प्रयास किया गया किन्तु होश नहीं आया। तब मौके की नजाकत को देखते हुए यस डी एम कुशमी द्वारा वन विभाग के वाहन से उपचार के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पोंडी ले जाया गया। तत्पश्चात चार घंटे बाद उपचार के बाद घर ले जाया गया। अभी पुत्रों की याद में पिता की हालत नाज़ुक है। यह ह्रदय विदारक मंजर को देखकर उपस्थित लोगों की आंखें नम हो गई।
घटना के बाद जागा प्रशासन:- इस वीभत्स घटना के बाद संजय टाईगर रिजर्व के आला अधिकारियों की नींद टूटी तो हाथियों से बचने के लिए नई तरकीब निकाली गई है। जिसमें यह तय किया गया कि हर गांव में एक समिति बनाई जाएगी जिसमें 11 गांव के पढ़ें लिखे और एन्ड्राएड फोन उपयोग करने वाले लोग और पंचायत, पुलिस, वन, एवं राजस्व विभाग के अधिकारी, कर्मचारी भी शामिल किए जाएंगे तथा एक व्हाट्स ऐप ग्रुप बनाकर उसी ग्रुप के माध्यम से हाथियों के लोकेशन की जानकारी समिति से जुड़े सदस्यों को उपलब्ध कराई जाएगी। तत्पश्चात समिति के सदस्यों द्वारा हाथियों के लोकेशन की जानकारी एलाउंस के माध्यम से सभी ग्रामवासियों को उपलब्ध कराई जाएगी ता की ग्रामवासी हाथियों से सतर्क हो सकें। साथ ही ग्रामीणों के खेत में पैर रखने मात्र से पांच हजार रुपए की छतिपूर्ति दी जाएगी।
लगवाए गए लाउडस्पीकर:- संजय टाईगर रिजर्व एरिया अन्तर्गत हाथियों से प्रभावित ग्रामों में एलाउंस के लिए तत्काल लाउडस्पीकर बंधवाए गए हैं। हालांकि पहले चरण में पोंडी, खैरी, कोटा, तथा लुरघुटी में ही लाउडस्पीकर की व्यवस्था की गई है। तत्पश्चात कुन्दौर, ददरी, ताल आदि में भी लाउडस्पीकर लगाए जाएंगे। जिससे हाथियों के गांव की ओर पलायन करने पर एलाउंस के माध्यम से ग्रामवासियों को सूचित किया जा सके। इतना ही वन विभाग द्वारा एक बैठक बुलाकर समिति के सदस्यों को यह भी बताया जाएगा कि हाथियों के गांव की ओर पलायन करने पर क्या उपाय करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए।
दिए जाएंगे ढोल नगाड़े:- सीईओ कुशमी द्वारा ग्रामीणों के समक्ष बताया गया कि हाथियों से प्रभावित ग्रामों में ढोल नगाड़े और पटाखे आदि भी दिए जाएंगे। जिससे हाथियों के गांव की ओर पलायन करने पर ढोल, नगाड़े बजाकर एवं पटाखे फोडकर ग्रामीणों द्वारा हाथियों को जंगल की तरफ खदेड़ा जा सके और इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न होने पाए।
मृतकों के परिजनों को दी गई सहायता राशि:- तीनों मृतकों के परिजनों को यस डी यम कुशमी द्वारा प्रति मृतक चार लाख कुल 12 लाख रुपए का चेक तथा प्रति मृतक 20 हजार रुपए कुल 60 हजार रुपए अंतेश्टि सहायता राशि प्रदान की गई है।
अंतिम संस्कार में ये हुए शामिल:- मृतकों के अंतिम संस्कार में एस डी यम कुशमी आर के सिन्हा, सीईओ कुशमी श्रीनिवास दुबे, एसडीओ संजय टाईगर रिजर्व जया त्रिपाठी, भगवती प्रसाद तिवारी, एसडीओपी नीरज नामदेव, आर के शुक्ला, तहसीलदार रोहित सिंह, आर डी साकेत, सौरभ मिश्रा तहसीलदार गोपद बनास, टी आई के एस परिहार, एस आई तेजभान सिंह, योगेश मिश्रा, केदार परौहा, आकांक्षा पाण्डेय, एसडीओ आर ई एस आर वी नागर, परिक्षेत्र अधिकारी वीरभद्र सिंह परिहार, जे सी उइके, जीवन लाल पोलाया, कबिता रावत, तरूण आलिया, आर आई मणिराज सिंह, डाक्टर राकेश तिवारी, बिकट सिंह, उपयंत्री अनिल दीपांकर, राजेंद्र नर्रे, पटवारी राजीव सिंह, राहुल बंसल, विनोद दीवान, राजेश कोल, मनमोहन सिंह, सहित आसपास के गांवों के सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक सहित काफी संख्या में उपस्थित ग्रामीणों ने नम आंखों से श्रद्धाजंली अर्पित की गई।

Share:

Leave a Comment