सीधी(ईन्यूज़ एमपी)- सीधी सड़क हादसे में अब तक की सबसे बड़ी अपडेट आपको बता दें कि सीधी में हुए बस हादसे में आज सुबह तीन शव और बरामद हुए हैं. अभी तक राहत एवं बचाव दल ने नहर से 50 शवों को बाहर निकाल लिया है. वहीं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दोपहर 2 बजे के लगभग सीधी जाएंगे और वहां बस हादसे की पीड़ित परिजनों से मुलाकात करेंगे, साथ ही हादसे के कारणों को लेकर भी सीएम अधिकारियों से चर्चा करेंगे। बस में हादसे के समय लगभग 60 लोग सवार थे.जिसमें से 7 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था. रेस्कयू टीम अभी भी नहर में बाकी लोगों की तलाश कर रही है. इस घटना के तुरंत बाद प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने पीड़ितों के परिजनों को 5 लाख रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा कर दी थी. मंगलवार को सीधी जिले के रामपुर नैकिन थाना क्षेत्र में यात्रियों से भरी बस पुल से सीधे बाणसागर नहर में गिर गई थी इस दर्दनाक हादसे की यह है मुख्य वजह वो कहते हैं ना छोटी सी चूक भी भारी पड़ जाती है ऐसा ही कुछ सीधी बस हादसे में भी हुआ है. यहां ड्राइवर और कंडक्टर की लापरवाही ने 50 जानों को मौत के घाट उतार दिया. अपने फायदे और कम समय के चक्कर में इतना बड़ा हादसा हो गया. इस हादसा का मुख्य कारण जो निकलकर सामने आया है वो यह है कि सीधी से सतना जाने वाली बसे अमूमन छोटी कैटगरी की बसों में आती हैं. जिनकी क्षमता 32 यात्रियों की होती है. लेकिन कंडक्टर और ड्राइवर के लालच के कारण इस बस में लगभग 60 लोग बैठाए गए थे. क्षमता से अधिक यात्री बस में होने के कारण बस के संतुलन खोने का खतरा बढ़ जाता है और शायद यही वजह इस हादसे का कारण बनी. कम समय के लिए, लिया गया शॉर्टकट पड़ा भारी सरकार ने हर बस एक रूट तय कर रखा है. यह रूट तभी तय कर लिया जाता है जब बस को परमिट दिया जाता है. परिवहन विभाग के नियमों के मुताबिक तय रूट से अलग रास्ते पर बस संचालन एक अपराध माना जाता है. सीधी बस हादसे की एक वजह यह भी है कि हादसे का शिकार होने वाली बस के ड्राइवर ने अचानक ही बस का रूट बदल दिया था. ट्रैफिक जाम से बचने के कारण ड्राइवर ने संकीर्ण रास्ते पर बस को डाल दिया था. वहीं बसों के चलने का समय तय रहता है लेकिन यह बस अपने तय समय सुबह 5 बजे के बजाए सुबह 3 बजे ही चल दी थी. हालांकि हादसा करीब 8 बजे सुबह में हुआ, लेकिन संभव है कि ड्राइवर को झपकी आने की वजह से दुर्घटना हुई हो.