सीधी(ईन्यूज एमपी) बाण सागर नहर बस हादसे में मृतकों कि संख्या 47 हो गई है। 37 यात्री बस में फंसे थे, 10 शव दुर्घटना स्थल से दूर बहकर चले गये थे। मृतकों में 2 बच्चे, 21 महिलाओं व 24 पुरुष हैँ। प्रधानमंत्री सहायता कोष से मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये व घायलों को 50-50 हजार रुपये तथा मुख्यमंत्री सहायता कोष से 5-5 लाख रुपये कि अनुग्रह राशि देने कि घोषणा कि गई है। जिला प्रशासन द्वारा सभी मृतकों के दाह संस्कार हेतु 10-10 हजार रुपये प्रदान किये गये हैँ। मध्य प्रदेश शासन के जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट तथा ग्रामीण विकास एवं पिछड़ावर्ग अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री राम खेलावन पटेल ने दोपहर 2.40 बजे दुर्घटना स्थल कर राहत और बचाव कार्य की समीक्षा की। मौके पर उपस्थित पत्रकारों से चर्चा करते हुए जल संसाधन मंत्री ने कहा कि घटना बहुत ही दुःखद तथा दुर्भाग्य पूर्ण है। दुर्घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिये गये हैं। दुर्घटना पीडितों को हर संभव सहायता दी जायेगी। दुःख की इस घड़ी में सरकार और प्रशासन पीडितों के साथ है। विदित हों कि दुर्घटनाग्रस्त बस सीधी से सुबह 5.30 बजे सतना के लिये रवाना हुई थी। बस स्टैन्ड से 38 सवारियों की बुकिंग की गई थी। बस बघवार पहुंचने के बाद निर्धारित रूट कैमोर के छुहिया घाटी में जाम लगे होने के कारण अलग रास्ते सतना जा रही थी। यात्रियों से खचाखच भरी बस के बाण सागर नहर में गिर जाने से 47 यात्रियों की जल समाधि हो गई, 7 सवारियों ने तैर कर जान बचाई। जबला नाथ नामक बस क्रमांक एम.पी. 19 पी 1883 सीधी से सतना जा रही थी। यह घटना जिला मुख्यालय से तकरीबन 85 कि.मी. दूर रामपुर नैकिन थाना अंतर्गत ग्राम पटना में आज सुबह 8.15 की है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बस एक वाहन को साईड देने के कारण सड़क से नीचे उतर कर नहर में समा गई। नहर में पानी पूरी क्षमता से प्रवाहित था। बस पूरी तरह नहर में डूब गई थी। बाण सागर बांध से पानी रुकवाये जाने के बाद क्रेन से बस को पानी से ऊपर लाकर बस में फंसे 37 यात्रियों का शव बाहर निकाल गया। सर्च ऑपरेशन के दौरान 10 शव घटना स्थल से बहकर दूर चले गये थे। शवों की खोज का काम जारी है।