रामपुरनैकिन ( ईन्यूज एमपी) सीधी में एक यात्री बस नहर में गिर गई इसमें 50 से अधिक यात्रियों के सबार होने की खबर है , भीषण सड़क हादसे में अब तक 46 लोगों के शव निकाले जा चुके हैं.आशंका जताई जा रही है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है । बतादें कि यह हादसा ड्राइवर की गलती की वजह से हुआ है पुलिस की मानें तो ड्राइवर ने नियमित रूट पर लगने वाले जाम से बचने के लिए शॉर्ट कट रास्ता चुना था, जो नहर के किनारे से होकर गुजरता है. यह रास्ता काफी संकरा और जोखिम भरा था, फिर भी ड्राइवर ने यात्रियों की जान से खिलवाड़ करते हुए बस को इसी रूट से ले जाने की ठानी. नतीजा यह हुआ कि बस का नियंत्रण बिगड़ा और वह बाणसागर नहर में जा गिरी । बस सीधी से सतना जार रही थी. इसमें 50 से अधिक यात्री सवार थे. इस हादसे में 46 शव निकाले जा चुके हैं. शेष लोगों का रेस्क्यू किया जा रहा है , राहत और बचाव कार्य जारी है. घटना की खबर लगते ही सम्भाग आयुक्त रीवा , आईजी रीवा उमेश जोगा ,सीधी कलेक्टर रविंद्र चौधरी एसपी पंकज कुमावत सहित पूरी टीम घटनास्थल पर पहुंच गई. घटना की खबर मिलते ही शहडोल व रीवा संभाग के अन्य प्रशासनिक टीम समेत सभी प्रशासनिक दस्ता घटनास्थल पर मौजूद रहा और रेस्क्यू कर लोगों को निकालने की कवायद जारी रही है .हादसे के बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए. शाम को होने वाली मध्य प्रदेश की कैबिनेट बैठक को भी टाल दिया गया । मृतकों के परिजनों को केन्द सरकार द्वारा दो दो लाख और प्रदेश सरकार द्वारा पांच पांच लाग रुपये की आर्थिक संहायता देने का एलान किया गया है। हादसे की खबर लगते ही जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट और राज्यमंत्री रामखेलावन पटेल भोपाल से हेलीकाप्टर से घटनास्थल के लिए रवाना हो गए. हादसे में मरने वालों के परिजनों को सरकार ने 5-5 लाख रुपए का मुआवजा देने की घोषणा सरकार ने की है. मंत्रालय सूत्रों ने बताया कि हादसे के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत और मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस के साथ बैठक की. भीषण हादसे पर पूर्व सीएम कमलनाथ ने भी दुख व्यक्त किया है. उन्होंने सरकार से मांग की कि पीड़ित परिवारों की हर संभव मदद की जाए ।