पथरौला/सीधी (अभिलाष तिवारी) मझौली थाना के पुलिस चौकी पथरौला क्षेत्र अंतर्गत ग्राम कुदारिया के एक अधेड़ व्यक्ति का शव बीते रविवार की रात अचानक संदिग्ध हालात में पास के गांव के लोगों द्वारा घर पहुंचाए जाने से मृतक के परिजनों के द्वारा हत्या की आशंका जताई जा रही है। घटना के संबंध में मृतक के परिजनों के द्वारा बताया गया कि मृतक पारस यादव पिता सूर्यदीन यादव उम्र 55 वर्ष निवासी ग्राम कुदारिया जनपद पंचायत कुशमी विगत 13 वर्षों से संजय टाईगर रिजर्व में वन सुरक्षा श्रमिक के रूप में काम कर रहा था, और वर्तमान में मृतक विस्थापित ग्राम मगरा के पेट्रोलिंग कैम्प में कार्यरत था। मृतक के परिजनों ने बताया कि बीते रविवार की रात तकरीबन 9.30 बजे ग्राम मगरा निवासी दो व्यक्ति केवट व दो लोनी परिवार के लोग मृतक को आटो में लेटाकर घर लाए और बोले की इनकी अचानक मौत हो गई है। इसलिए शव को पहुंचाने आए हैं। जिस पर मृतक के परिजनों के द्वारा हत्या की आशंका जाहिर करते हुए घटना की सूचना पुलिस चौकी पथरौला व परिक्षेत्र अधिकारी बस्तुआ को दी गई। सूचना उपरांत चौकी प्रभारी योगेश मिश्रा द्वारा नगर निरीक्षक मझौली सतीश मिश्रा को सूचना से अवगत कराया गया। तत्पश्चात टी आई मझौली सतीश मिश्रा, चौकी प्रभारी पथरौला योगेश मिश्रा, संजय टाईगर रिजर्व के बस्तुआ परिक्षेत्र अधिकारी जीवन लाल पोलाया रात में ही पेट्रोलिंग कैम्प मगरा व मृतक के गृह ग्राम कुदारिया पहुंच कर शव का मुआयना करते हुए शव लेकर मृतक के घर आए लोगों से पूछताछ की गई। घटना के दूसरे दिन सुबह चौकी प्रभारी पथरौला योगेश मिश्रा ने मृतक के घर पहुंच कर पंचनामा तैयार कर शव को पोस्टमार्टम के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मझौली भेज दिया गया। तदोपरांत प्रभारी योगेश मिश्रा और परिक्षेत्र अधिकारी जीवन लाल पोलाया घटनास्थल पहुंच कर कैम्प के नजदीक रहने वाले ग्रामीणों से पूंछतांछ की गई तो ग्रामीण महिलाओं सहित बुजुर्गों ने बताया कि मृतक कैम्प में अकेले ही था, तथा रात को तकरीबन 8 बजे तक हम लोगों के साथ बैठकर अलाव ताप रहा था और आपस में किस्से कहानियां हो रही थी। इसी बीच मृतक उठकर पास में स्थित पेट्रोलिंग कैम्प में चला गया और हम लोग अपने घरों के अंदर चले गए। बताया गया कि तकरीबन 45 मिनट बाद मृतक बचा लो, बचा लो चिल्लाते हुए गांव की ओर भाग रहा था यह सुनकर हम लोग बाहर निकले तो मृतक लकड़ी की बाड़ी का सहारा लेकर उल्टियां कर रहा था, जबकि मुंह से कुछ बोल नहीं पा रहा था, इसारे से सीना और पीठ दबाने के लिए कह रहा था। तब हम सभी लोग सीना, पीठ व हाथ पांव दबाने लगे इसी बीच मृतक के मुंह से सफेद झाग निकलने लगी। तब हम लोगों द्वारा ठंडी होने के कारण आग जलाई गई लेकिन मृतक की गंभीर हालत को देखकर उसे उसके घर पहुंचाने का निर्णय लेते हुए गांव का ही आटो मंगवा कर मृतक को जीवित अवस्था में लेटाकर चार लोग मिलकर मृतक के गृह ग्राम लेकर रवाना हुए लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई है। हालांकि मृतक के शरीर में कहीं भी मारपीट आदि के बाहरी चोंट के निशान नहीं पाए गए हैं। इधर परिजनों का आरोप है मृतक की हत्या कर के और शव को घर पहुंचाया गया है। परिजनों की आशंका को देखते हुए जहां परिक्षेत्र अधिकारी जीवन लाल पोलाया द्वारा डाग स्क्वायड टीम भी बुलाई गई लेकिन डाग मृतक को जिस रास्ते से घर पहुंचाया गया था उसी रास्ते को नापता रह गया। वहीं चौकी प्रभारी योगेश मिश्रा द्वारा घटनास्थल पर पहुंच कर उल्टी किए गए जगह की मिट्टी सेंपल के तौर पर लेते हुए मृतक का बिसरा जांच हेतु लैब भेजने सहित दो डाक्टरों की उपस्थिति में पोस्टमार्टम कराया गया। पोस्टमार्टम उपरांत शव को अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया गया है। पथरौला पुलिस द्वारा मर्ग कायम कर मामले की विवेचना की जा रही है। मृतक के परिजनों द्वारा हत्या का आरोप लगाया जा रहा है। मृतक के शरीर में कहीं भी चोंट के निशान नहीं पाए गए हैं। आंतरिक चोंट के लिए मृतक का बिसरा जांच के लिए भेजा जाएगा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो पाएगा। मामले की विवेचना जारी है। योगेश मिश्रा चौकी प्रभारी पथरौला मृतक 13 वर्षों से श्रमिक के रूप में काम कर रहा था। कार्य के दौरान उसकी मौत हुई है तो अब उसके एक बेटे को श्रमिक बतौर रखा जाएगा। शासन के नियमानुसार मृतक के परिजनों को सहायता राशि दिलाने में सहयोग प्रदान किया जाएगा। जीवन लाल पोलाया, परिक्षेत्र अधिकारी बस्तुआ