सीधी (ईन्यूज़ एमपी)जिंदगी और मौत से जूझ रही प्रसूता की डॉक्टरों की टीम ने मिल कर जान बचाई, प्रसव उपरांत महिला की बच्चेदानी से भारी ब्लीडिंग हो रही थी आपरेशन करके मौत के मुह से महिला शीला रावत सहित बच्चे की जान डॉक्टरों ने बंचाई है , जिला चिकित्सालय सीधी के सिविल सर्जन डॉ. डी.के. द्विवेदी ने बताया कि महिला शीला रावत का दूसरा सीजर ऑपरेशन था ऑपरेशन के दौरान महिला की ब्लीडिंग बंद नहीं हो रही थी खून की कमी हो गई जिससे महिला का स्वास्थ्य नाजुक होता गया नाजुक स्थित को देख कर डॉक्टरों ने मझौली कैम्प में बी पाजटिव ब्लड डोनेट हुआ था तत्काल महिला को ब्लड चढ़ाया गया ब्लड चढ़ाने के बाद महिला शीला रावत का दोबारा ऑपरेशन किया गया ऑपरेशन के बाद जच्चा - बच्चा दोनों स्वास्थ्य है। हालांकि डॉ. डी.के द्विवेदी ने महिला की कठिन परिस्थितियों में जान बचाई इसकी जानकारी मीडिया को साझा करते हुए बताया कि जिस स्थित में महिला सिंगरौली जिला से रेफर हो कर आई थी ऑपरेशन के दौरान नाजुक स्थिति होती गई उस स्थिति में महिला को रेफर भी नहीं किया जा सकता यह आज प्रसन्नता है की डॉक्टरों की टीम मिलकर दोबारा महिला के बच्चे दानी का ऑपरेशन किया गया और महिला की सही सलामत जान बचाई गई हम सब डॉक्टरो के लिए अत्यंत खुशी की बात है । डॉक्टर द्विवेदी ने बताया है कि प्रसूता की जान बचाने में डॉक्टर बबिता खरे , डॉक्टर सुनीता तिवारी , डॉक्टर मंजू सिंह डॉक्टर दीपा इसरानी सहित अन्य स्टाप का संयुक्त प्रयास प्रसंसनीय रहा है ।