सीधी ( ईन्यूज एमपी) जीएसटी टीम बैढ़न ने शनिवार को एक वैंडर के यहां छापामार कार्रवाई किया है। कार्रवाई में 42 लाख की जीएसटी चोरी पकड़ी गई है। संचालक यदि 3 माह के अंदर जीएसटी भरता है तो उसे 15 प्रतिशत सरचार्ज के साथ शेष जीएसटी जमा करना होगा। यह कार्रवाई जनपद मझौली के नगर पंचायत मझौली श्याम ट्रेडर्स में किया गया है। कथित मटेरियल सप्लायर संतोष गुप्ता के आवास पर यह कार्रवाई हुई है। बताया गया है कि शनिवार की दोपहर 12 बजे जीएसटी टीम बैढ़न मझौली मैं श्याम ट्रेडर्स के यहां छापामार कार्रवाई शुरू हुई जो देर शाम तक चलती रही है बताया गया है कि 42 लाख की जीएसटी चोरी संचालक द्वारा किया गया है। जांच टीम ट्रेडर्स का संचालक कौन है सार्वजनिक नहीं किया गया है। कार्रवाई कर रहे टीम प्रमुख द्वारा बताया गया कि श्याम ट्रेडर्स के द्वारा विभिन्न ग्राम पंचायतों में सामग्री सप्लाई की गई है पंचायतों द्वारा उनके खाते में राशि भी भेजी गई किंतु कई वर्षों से उक्त संचालक द्वारा जीएसटी का भुगतान नहीं किया गया। कमिश्नर के अनुमति उपरांत पुलिस बल मझौली के सहयोग से 67/2 श्याम ट्रेडर्स के यहां छापेमारी की है। यदि 3 माह के अंदर यह राशि संचालक द्वारा अदा कर दी जाती है तो 15 प्रतिशत सर चार्ज के साथ शेष जीएसटी राशि की ब्याज गणना के साथ जमा कराई जाएगी। यदि यह राशि संचालक समय सीमा में नहीं जमा कर पाता तो पूरे सौ प्रतिशत सर चार्ज के साथ यह राशि संचालक को जमा करनी पड़ेगी। पंचायतों को यह है मैटेरियल सप्लाई बता दें कि सीधी जिले में कई ऐसे बेंडर हैं जो केवल पंचायतों में सामान सप्लाई करते हैं। सप्लाई का तरीका कैसा है और इनका मापदंड के आते हैं इस पर कोई जांच परख नहीं होती है। सरपंच सचिव के मिलीभगत के कारण यह करोड़ों का वारा न्यारा करते रहे हैं। जिले में हो रही लगातार जीएसटी छापामार कार्रवाई से चोरी करने वाले सप्लायर में हड़कंप देखने को मिल रहा है।