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सीधी-विद्यालय के कमरों मे भरा पानी, दिन भर अन्दर बाहर करते हैं बच्चे

मामला मझौली जनपद के पूर्व माध्यमिक शाला खजुरिहा का*

पथरौला/सीधी (ईन्यूज यमपी):-स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा चलाये जाने वाले "स्कूल चले हम अभियान" के दूसरे चरण मे विभाग द्वारा की गई तैयारियों के दावे खोखले साबित होने लगे हैं। जब की जिला कलेक्टर के द्वारा विद्यालय की मरम्मत के सख्त आदेश भी दिये थे। बावजूद इसके जिले मे मानसूनी बारिश की शुरुआत होते ही विद्यालय के जर्जर भवनों के छतों से पानी का रिसाव होने के कारण कमरों मे पानी भरना शुरू हो गया है। जिसके कारण जहां बच्चों को बैठने मे परेशानियों का सामना करना पडता वहीं पढाई मे व्यावधान भी पैदा होता है। ऐसा ही एक मामला के भ्रमण के दौरान मझौली जनपद पंचायत के संकुल केन्द्र मडवास अन्तर्गत पूर्व माध्यमिक शाला खजुरिहा का प्रकाश मे आया है। शाला के प्रधानाध्यापक पी डी प्रजापति ने कमरों मे भरे पानी व जर्जर छत को दिखाते हुए बताया कि माध्यमिक शाला का एक भी कमरा ऐसा नहीं है जिसमें बच्चों को बैठाया जा सके। सभी कमरों के छत से मलवे के साथ ही पानी टपकता है। लिहाजा खुले मौसम मे बच्चों को बाहर बैठाते हैं। जब बारिश होने लगती है तो प्राथमिक शाला के भवन मे सभी बच्चों को एक साथ अन्दर बैठाते हैं। जबकि विद्यालय मे 1 से 8 तक मे 150 बच्चे दर्ज हैं। जिससे पढाई मे व्यावधान पैदा होता है। बताया कि यही हाल किचन शेड का भी है। पूरे किचन मे पानी भर जाता है। और मलवा रसोइयों के सिर पर गिरता है। प्रजापति ने बताया कि ऐसे हालात पहली बार नहीं बने हैं तीन बर्षों से यही हाल है। लेकिन इन्जीनियर आते हैं देखकर चले जाते हैं। पर होता कुछ नहीं है।

आठ साल मे नहीं बना भवन:-प्रधानाध्यापक ने बताया कि हेडमास्टर कक्ष, अतिरिक्त कक्ष, और किचन शेड का निर्माण ग्राम पंचायत के द्वारा तकरीबन आठ साल पहले शुरू किया गया था। लेकिन आज दिवश निर्माण कार्य पूरा कर निर्माण एजेंसी द्वारा विभाग के सुपुर्द नहीं किया गया है। जबकि इन भवनों में लगाये गए खिडकी व किवाड़ असामाजिक तत्वों के द्वारा उखाड़ लिया गया है। और निर्माणाधीन भवनों की विना उपयोग किये ही उल्टी गिनती शुरू हो गई है और भवन छतिग्रस्त होने लगे हैं।

सुबह फेकते हैं शराब की बोतलें:- बताया कि विद्यालय परिसर की बाउण्ड्रीवाल भी अधूरी है। जिसके कारण असामाजिक तत्वों के द्वारा परिसर के अन्दर बैठकर सामूहिक रूप से मादक पदार्थों का सेवन करते हैं। और बचे हुए अवशेष सीसी, बोतल आदि सुबह हम लोगों को फेंकना पडता है। साथ ही हर साल पौधरोपण भी किया जाता है। लेकिन एक भी पौधा नहीं बच पाता है। और विद्यालय परिसर स्वच्छ नहीं रह पाता है। इतना ही नहीं अज्ञात लोगों द्वारा खिडकी, किवाड़ आदि भी उखाड़ ले जाते हैं। जिसकी शिकायत भी पुलिस मे की जा चुकी है। किन्तु कार्यवाही आज तक नहीं हुई।

इनका कहना:-

            विद्यालय भवन और किचन शेड का छत काफी जर्जर है। कमरों मे पानी भर जाता है। बच्चों को बैठने मे असुविधा होती है। विद्यालय के निर्माणाधीन भवन अधूरे पड़े हैं। हमारे द्वारा सभी समस्याओं से वरिष्ठ कार्यालय को अवगत करा दिया जाता है। लेकिन समस्या जस की तस बनी है।

                    पी डी प्रजापति, प्रधानाध्यापक

                       पूर्व माध्य. शाला खजुरिहा

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