भुईमाड(ईन्यूज एमपी)- शासकीय स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा को लेकर जिम्मेदार कितने सजग है इसका जीता जागता उदाहरण जिले के आदिवासी अंचल कुशमी अंतर्गत शासकीय प्राथमिक पूर्व माध्यमिक बिद्यालय केशलार में देखा जा सकता है, यहाँ पर एक ही कैम्पस में तीन बिद्यालय है, एक प्राथमिक शाला, माध्यमिक विद्यालय, हाई स्कूल का भी बिद्यालय है, इस स्कूल के ठीक सामने जीर्ण शीर्ण एक कुआँ हादसे को आमंत्रण दे रहा है लेकिन जिम्मेदारों द्वारा न तो इस जीर्ण शीर्ण कुएँ की टूटी रेलिंग सुधरवाया जा रहा है और न ही कुएं को पटवाया जा रहा है बच्चों के अभिभावक बताये है प्रथामिक शाला, एवं माध्यमिक विद्यालय होने के कारण इस बिद्यालय में कक्षा एक से आठवी तक अबोध बालक पढते है, जिनमें यह समझ नहीं है कि वह खेल के दौरान कुएं में गिर सकते हैं बताया गया कि इस कुएं का पानी कोई भी उपयोग नहीं करता , न ही यह कुआँ किसी काम का हैं क्योंकि कुआँ पूरी तरह जीर्ण शीर्ण हो चुका है और कभी धराशायी हो सकता है इसके बावजूद जिम्मेदार हादसो को लेकर बेखबर बने हुए हैं , बच्चों के अभिवावको ने हादसों को आमंत्रण दे रहे कुएं को पटवाने की मांग की है