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Home सीधी दर्पण मझौली क्षेत्र में बढ रहीं चोरी की बारदातें, एक बार फिर घर में सेंध लगा लाखों की चोरी.......

मझौली क्षेत्र में बढ रहीं चोरी की बारदातें, एक बार फिर घर में सेंध लगा लाखों की चोरी.......

पथरौला/सीधी (ईन्यूज एमपी):-जिले के मझौली थाना अन्तर्गत पूर्व मे विभिन्न चौकियों के अलग अलग स्थानों पर हुई करोडों की बैटरी व पावर ग्रिड के ड्रम कन्डक्टर की चोरियों का खुलासा जहाँ आज तक नहीं किया गया। वहीं क्षेत्र अन्तर्गत हो रही चोरियों को लेकर आमजन त्रस्त हैं, लेकिन आपराधी पुलिस की पकड से कोशों दूर हैं।

चोरी का ऐसा ही एक मामला सामने आया आया है जिसमें आठ-नौ सितंबर की दरम्यानी रात को प्रदीप पाण्डेय पिता राजेश्वर प्रसाद पाण्डेय निवासी मझिगवां के घर अज्ञात चोरो ने घर के पीछे बनी कच्ची दिवाल तोडकर घुसे और सोने, चांदी के जेवरात और नगदी सहित लाख रुपये से उपर का माल पार कर दिये।

पीडित पाण्डेय परिवार ने बताया कि अज्ञात चोरों ने तीन नग सोने की अंगूठी, एक नग मंगल सूत्र, दो नग बच्चों की करधन चांदी की, तथा साठ हजार रुपये नगदी सहित लाखों का माल पारकर गये। इतना ही नहीं चोरों ने दो लीटर दूध, दो लीटर दही, नमकीन, बिस्किट और टार्च भी ले गये। तथा मशाला कूटने वाला खलवट्टा और अटैची घर के बाहर फेंक दिये थे। जिसे जप्त करते हुए मडवास चौकी प्रभारी प्रीति साकेत द्वारा अज्ञात चोरों के खिलाफ मामला पंजीबद्ध किया गया है। जबकी ग्रामीणो का मानना है कि चोर अन्यत्र से नहीं आये बल्कि क्षेत्रिय ही होंगें। यदि पुलिस द्वारा पहल किया जाय तो अपराधी पकडे जा सकते हैं।

दो माह पूर्व भी हुई थी चोरी:-मडवास चौकी अन्तर्गत बारह जुलाई को शान्तोष पिता सूर्यभान साहू निवासी झिरिया(चन्दोहीडोल) के घर बदमाशों ने दिन दहाड़े दोपहर के एक और दो बजे के बीच जेवरात सहित नगदी मिलाकर तकरीवन लाख रुपये का माल पार कर दिया था। जिसकी रिपोर्ट मडवास पुलिस चौकी मे की गई थी। और 23 जुलाई को तत्कालीन प्रभारी बी व्ही तिवारी द्वारा FIR दर्ज कर कार्यवाही की इतिश्री कर दी गई थी। जबकि पीडित परिवार द्वारा मुहल्ले के ही कुछ आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों पर शंका भी जाहिर की गई थी। किन्तु पुलिस किसी भी तरह की पूंछतांछ न करते हुए यफ.आई.आर.दर्ज करनें तक ही सीमित रही। लिहाजा आज तक चोरी का खुलासा नहीं हो सका। जबकि ग्रामीणों की माने तो बदमाशों की हरकत देखकर आसपास के आपराधिक घटनाओं में लिप्त लोगों पर ही शंका व्यक्त की जाती है। ग्रामीणों का कहना है की इस तरह की चोरियों के पीछे स्थानीय अपराधियों का ही हाथ हो सकता है। लेकिन पुलिस यदि कडाई बरते तभी अपराधियों का खुलासा होना संभव है।

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