पथरौला/सीधी (ईन्यूज एमपी):-माह भर पहले जिले के पडोसी राज्य छत्तीसगढ़ की सीमा पार कर मध्यप्रदेश मे आये हाथियों के झुण्ड का रेसक्यू आपरेशन आखिर माह भर बाद शुरू हुआ। जब हाथियों ने तकरीबन आधा सैकडा ग्रामीणों को भरी बरसात बेघर कर दिया। बताते चले की बीते चार अगस्त को हाथियों का यह झुण्ड मध्यप्रदेश के कुशमी जनपद के ग्राम कुन्दौर मे पहुंचा था और चार पांच अगस्त की दरम्यानी रात से ताण्डव शुरू हुआ जिसकी चपेठ मे कुन्दौर सहित पोडी, करौंटी, अमगांव, मेढकी, झपरी, शंकरपुर, परासी, ओडाइसा, चरकी, माटा, नौढिया, घोघी गांव के अभी तक मे तकरीबन आधा सैकडा ग्रामीण आये हैं। आखिर वन विभाग द्वारा माह भर बाद पांच हाथियों का दल बांधवगढ़ से तथा दो हाथी संजय टाईगर रिजर्व से कुल सात हाथियों सहित रेसक्यू टीम जंगल मे उतरी लेकिन लगातार बारिश होने की वजह से रेसक्यू टीम को बैरंग लौटना पडा। बताया गया की हाथियों का झुण्ड घोघी के घने जंगलों मे होने के कारण ट्रेकुलाइज नहीं किया जा सका तथा रेसक्यू टीम द्वारा हाथियों के झुण्ड को घने जंगल से मैदानी क्षेत्र में लाने के लिए गौतम, बाबू, सुजुकी, सुन्धगज, नामक हाथियों द्वारा घेरा डलवाया गया लेकिन रेसक्यू टीम के हाथियों ने महज एक ही नर हाथी को घेर सके लेकिन जंगल से बाहर निकाल पाने मे असफल रहे। और हाथियों का झुण्ड शंकरपुर के जंगलो मे समा गये। शाम हो जाने के कारण आपरेशन रोक दिया गया है। हाथियों का झुण्ड अभी भी घोघी के जंगलो मे हैं। वहीं रेसक्यू टीम के हाथी भी उसी गांव में विश्राम कर रहे हैं। नहीं मिल रहा ग्रामीणो का सहयोग:-क्षेत्रिय ग्रामीणों का सहयोग भी वन विभाग को नहीं मिल पा रहा है। विभागीय अमले द्वारा जहाँ ग्रामीणों को जंगल से दूर रहने की हिदायत दी जाती है वहीं अधिकांश ग्रामीणो का समूह हाथियों को देखने जंगल की ओर ही जाता है। जिस कारण रेसक्यू टीम अपना काम सही ढंग से नहीं कर पाती है। ये रहे उपस्थित:- सीसीएफ बांधवगढ़ टीम सहित, सीसीएफ संजय टाईगर रिजर्व, एसडीओ, सहित मडवास, मझौली, बस्तुआ, पोडी, दुबरी, मोहन रेन्ज, टंमसार, ब्यौहारी सहित पूरे सीधी वन मण्डल बफर व कोर जोन के सभी परिक्षेत्र सहायक व बीटगार्ड के साथ पुलिस बल भी मौजूद रहा।