सीधी (सचीन्द्र मिश्र)- जिला मुख्यालय के कलेक्ट्रेट में बाबू राज ख़त्म होने का नाम ही नही ले रहा है, यहाँ संचालित आधा दर्जन से अधिक शाखाओ में पदस्थ ढीठ बाबुओ के आतंक से आम जन कलेक्ट्रेट कार्यालय का रुख करते ही सहम जाते है, और अधिकारी इन सब से अनजान बने हुए है| बतादे की शिक्षा , राजस्व , ट्रायवल , स्थापना , सामान्य शाखा , नकल खाखा , आबकारी , योजना मण्डल सहित दर्जनों विभागों में बेखौफ रिश्वत का बोलवाला है , बाबुओ द्वारा बिना चढोत्री के लोगो से सीधे मुंह बात तक नही की जाती| अधिकारी चाहे जो भी निर्देश दे पर बाबुओ को खुश किये बिना मजाल क्या की कोई अपना काम करवा ले, अरे भाई फाइल तो बाबू जी को ही तैयार करनी है. आगे भी इन्ही को बढ़नी है अब ऐसे में अगर भोग नही लगा है तो फिर लगाईए मंदिर के चक्कर, ये तो वही बात हो गई की भगवान भले ही आशीर्वाद मुफ्त में दे दे पर प्रसाद के लिए पुजारी को तो चढ़ाव चाहिए | जिला कार्यालय में लम्बे समय से पदस्थ बाबुओ के मन में न तो किसी अधिकारी का डर है, न कार्यवाही का उनका तो कहना है की अधिकारी हमारे बिना कर ही क्या सकते है,अगर अधिकारी गौर करे तो विभिन्न शाखाओ में पदस्थ कुछ ढीठ लिपिकों की अनेको शिकायते है जिन पर आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई कारण या तो शिकायत गुम जाती है या अधिकारीओ की कृपा बरस जाती है, नतीजा आम आदमी शिकायत करने से परहेज करने लगता है व चल रही व्यवस्था के अनुरूप ही चढ़ावे के साथ कार्यालय में प्रवेश करता है अन्यथा नहीं | गौर करे तो शिक्षा , राजस्व , ट्रायवल , स्थापना , सामान्य शाखा , नकल खाखा , आबकारी , योजना मण्डल सहित दर्जनों विभागों में लम्बे समय से पदस्थ कुछ लिपिक अपनी मर्जी का कानून चलने के लिए प्रसिद्ध है, और तो और इनका रेत भी फिक्स है, फीस लाओ काम कराओ नहीं तो दर दर की ठोकर खाओ ......