/सीधी (ईन्यूज एमपी):-जिले के कुशमी थाना अन्तर्गत पुलिस चौकी पोडी का नवीन भवन तकरीबन दो माह पूर्व ही बनकर तैयार है किन्तु अभी तक माननीयों के द्वारा फीता नहीं काटा गया। लिहाजा अभी भी पुलिस चौकी पुराने सामुदायिक भवन मे संचालित हो रही है। जबकि पुराने भवन की छत से काफी मात्रा मे पानी अन्दर टपकता है। जिससे यहां पदस्थ अमले को जरूरी रिकॉर्ड सहित अन्य कागजात को बचाने मे परेशानियों का सामना करना पड़ता है। परन्तु इस ओर प्रशासनिक अमले के द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जबकि कर्मचारियों को रहने के लिए अलग से भवन नहीं होने से पुराने भवन मे ही पुलिस के जवानों को रात्रि विश्राम भी करना पड़ता है किन्तु जिस रात तेज बारिश होने लगती है तो किसी कोने में बैठकर रात व्यतीत करनी पडती है। भवन की पूरी तरह से रंगाई ,पोताई होने के बावजूद अभी भी नवीन भवन मे पुलिस चौकी का संचालन क्यों नहीं किया जा रहा है। ये तो प्रशासन जानें किन्तु ग्रामीणों मे जो चर्चा है। वो है नवीन भवन के भी छत से पानी का टपकना। कुछ ग्रामीणों के द्वारा बताया गया कि नवीन भवन के छत से भी पानी का रिसाव हो रहा है। इसी लिए शायद संविदाकार द्वारा भवन को विभाग के हैण्ड ओभर नहीं किया जा रहा है कि कहीं पहली ही बारिश में भवन के गुणवत्ता की कलई न खुल जाय। ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि गया कि पुलिस चौकी भवन के परिसर में लगाये गये टावर की पोल पहली ही आंधी खुल चुकी है। बताया गया कि बरसात के शुरुआती दिनों में तेज आंधी के कारण यह टाबर पूरी तरह जमीन मे सो गया था। और इसी कारण संविदाकार द्वारा भवन की गुणवत्ता छिपाने की दृष्टि से विभाग को नहीं सौंपा जा रहा है। हलांकि भवन मे ताला लगा होने के कारण अन्दर का नजारा नहीं देखा जा सका किन्तु खिडकी से झांककर देखने से अन्दर का नजारा झलकता है। *गलत जगह पर हुआ निर्माण:-बुद्धिजीवी वर्ग के ग्रामीणों का आरोप है कि नवीन पुलिस चौकी भवन निर्माण के लिए जगह का सही चुनाव न करते हुए जंगल किनारे एकांत जगह पर भवन का निर्माण कराया गया है जो अनुचित है। भवन का निर्माण पुरानी पुलिस चौकी के पास ही होने से जहाँ गांव के असामाजिक तत्वों मे पुलिस का खौफ रहता वहीं टमसार, सीधी मार्ग भी पुलिस की निगाहों में रहता किन्तु अब अबैधानिक कार्यों में लिप्त लोगों के लिये एक रास्ता जो पोडी से टमसार से सीधी निकलता है वो खुला रहेगा और पुलिस की नजरों से दूर रहेगा। नतीजन अपराधियों के लिए ये रास्ता फायदे का रहेगा।