भोपाल(ईन्यूज़ एमपी ) प्रदेश के साइबर क्राइम ब्रांच ने एटीएम कार्ड का नंबर पूछकर लोगों से ठगी करने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी अपने खाते में ठगी की रकम जमा करवाता था। क्राइम ब्रांच से मिली जानकारी के मुताबिक इंदौर निवासी फरियादी बसंत सिंह राठौर के आवेदन में बताया गया था कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने उसे फोन किया था। फोन करने वाले ने खुद को दिल्ली में टीडीएस विभाग का कर्मचारी एवं नाम पवन राजपूत बताया था।आरोपी ने फोन पर कहा कि, आपके द्वारा ऑनलाइन कोर्स के लिए पुणे में जो फॉर्म भरा था उसके रिफन्डेबल अमाउंट (चार हजार 42 रुपये) आपको वापस मिल रहा है।इसके बाद उसने फरियादी का 16 डिजिट का एटीएम कार्ड नंबर मांगा, तो फरियादी ने उसे असली टीडीएस अधिकारी समझकर नंबर बता दिया। फरियादी के मोबाइल में कुछ देर बाद ही खाते से 19 हजार 942 रुपये निकाले जाने का संदेश आया।इस धोखाधड़ी के बाद फरियादी ने साइबर अपराध शाखा में शिकायत दर्ज कराई। साइबर पुलिस ने जांच शुरू की, जिसमें सामने आया कि ठगों द्वारा फरियादी की जो रकम धोखाधड़ी कर हड़प ली गई है। वह कार्य उत्तरप्रदेश के नोएडा स्थित किसी दीपक कुमार नामक व्यक्ति द्वारा किया जा रहा है। साइबर पुलिस की टीम ने नोएडा से उसे गिरफ्तार किया। बिहार के आरा निवासी दीपक कुमार ने साइबर पुलिस से जुर्म करना स्वीकार किया।आरोपी ने बताया कि वह वर्ष 2013 में एक कॉल सेंटर में काम करता था, जहां उसकी पहचान उत्तराखंड निवासी दीपेंद्र और बिहार निवासी राहुल सिंह से हो गई थी। तीनों ने कंपनी से 2015 में नौकरी छोड़ दी, जिसके बाद तीनों ने लोगों से फोन पर उनके एटीएम कार्ड की जानकारी लेकर उनके खातों में सेंध लगाने का काम शुरु कर दिया। बारहवीं तक पढ़ा दीपक अपने खाते में ठगी की रकम जमा करवाता था। आरोपी ने करीब डेढ़ महीने में लोगों से 3 लाख रुपये की रकम ठगना स्वीकार किया।