रीवा/मऊगंज (ईन्यूज़ एमपी): शाहपुर थाना क्षेत्र के गडरा गांव में खूनी हिंसा! आदिवासियों ने दुबे परिवार के युवक की बेरहमी से हत्या कर शव को घर के अंदर छिपा दिया। जब पुलिस मौके पर पहुंची तो गुस्साए आदिवासियों ने पुलिस टीम पर जानलेवा हमला कर दिया। पथराव और हिंसक झड़प में थाना प्रभारी शाहपुर संदीप भारती, तहसीलदार पानिका, एएसआई जवाहर सिंह यादव और बृहस्पति पटेल गंभीर रूप से घायल हो गए। स्थिति इतनी बिगड़ गई कि एसडीओपी अंकित सुल्या को ग्रामीणों ने घेर लिया, वहीं कई पुलिसकर्मी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागते नजर आए। घायलों को गंभीर हालत में सिविल अस्पताल और आशिर्वाद हॉस्पिटल, मऊगंज में भर्ती कराया गया। मौके पर हालात बेकाबू होते देख पुलिस को हवाई फायरिंग करनी पड़ी। किसी तरह पुलिस ने मृतक का शव और एसडीओपी को मुक्त कराया, लेकिन अब भी गांव में भारी तनाव बना हुआ है। कई पुलिसकर्मी अभी भी ग्रामीणों के बीच फंसे हुए हैं, जिन्हें भारी चोटें आई हैं। वरिष्ठ अधिकारियों ने पूरे जिले की पुलिस को अलर्ट पर रखा है, और भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। प्रशासन ने स्थिति पर काबू पाने के लिए आपात बैठक बुलाई है। क्या रीवा-मऊगंज में और भड़केगी हिंसा? गडरा गांव इस समय बारूद के ढेर पर बैठा है, और किसी भी वक्त हालात और बिगड़ सकते हैं। पुलिस प्रशासन पूरी ताकत से हालात संभालने की कोशिश कर रहा है, लेकिन इस घटना ने पूरे जिले को हिला कर रख दिया है। क्या यह हिंसा और विकराल रूप लेगी? क्या और पुलिसकर्मी निशाने पर आ सकते हैं? पूरे रीवा-मऊगंज में इस हमले को लेकर जबरदस्त सनसनी फैल गई है!