सिंगरौली (ईन्यूज़ एमपी)सिंगरौली जिले कि परंम्परागत खेती प्रायः विलुप्त होती जा रही है। जब कि यहा कि पुरानी फसले बहुत ही लाभदायक थी। कृषिको को अधिक से अधिक लाभ प्राप्त होता था उक्त आसय का वक्तव्य म.प्र. विधान सभा कृषि विकास समिति के सभापति श्री केदरनाथ शुक्ल के द्वारा कलेक्ट्रेट सभा मे अयोजित बैठक के दौरान व्यक्त किया गया। विदित हो कि आज जिले के प्रवास पर कृषि विकास समित के माननीय सदस्यगणो कि टीम के साथ बैठक आयोंजित हुई। बैठक श्री नारायण सिंह कुशवाहा, विजय सिंह सोलंकी, विधायक सिंगरौली श्री रामलल्लू वैश्य, देवसर विधानसभा के विधायक श्री राजेन्द्र मेश्राम, महापौर श्रीमती प्रमवती खैरवार, श्री एम.एन द्विवेदी,श्री रामस्वरूप यादव, कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी, जिला पंचायत के मुख्यकार्य पालन अधिकारी श्री प्रियंक मिश्रा, वनमंण्डल अधिकारी श्री एस.के तिवारी, उपस्थित रहें। समित के सभापति श्री केदारनाथ शुक्ल ने आगे कहा कि सिंगरौली जिले मे कोदो, कुटकी, सन, देसी उरद, खैर, लाख कि पैदावार पहले बहुत ही अच्छी होती थी। एवं किसानो को अधिक से अधिक लाभ प्राप्त होता था। यहा तक कि चितरंगी विकास खण्ड कि अरहर कि फसल देश मे अच्छे किस्म कि मानी जाती है। वर्तमान मे इनका उत्पादन घट गया है। यदि जिले के किसान अपनी परम्परागत खेती को ही अपनाऐ तो अच्छा लाभ प्राप्त कर सकते है। श्री शुक्ल ने जिले के अधिकारीयो से कहा कि वह इन उपज कि खेती को बड़वा दे और खेती को लाभ का धंधा बनायें। सरकार कि मंशा भी है कि खेती के साथ ही अच्छे किस्म के पशुपालन उद्यानकी, मछली पालन, क्षेत्र मे विशेष प्रयास करने कि जरूरत पर बल दिया जायें। जैविक खाद का अधिक से अधिक करे प्रयोगः सभापति श्री शुक्ल के द्वारा जैविक खाद का अधिक से अधिक प्रयोग करने हेतु किसानो को जगृति किये जाने हेतु अधिकारीयो को निर्देश दिया गया। उन्होने कहा कि जैविक खाद से जहा अधिक उपज होती होती वही खेत कि उर्वक शाक्ति भी काफी समय तक बनी रहती है। सब्जी एवं मशाले कि खेती पर दिया जाये बल: उद्यनिकी विभाग के द्वारा जिले मे स्थापित कि गई नर्सरीयो कि संख्या बहुत ही कम है जिला मुख्यालय स्तर पर भी नर्सरी तैयार कराई जाये एवं कृषको को अधिक से अधिक सब्जी कि खेती एवं धनिया, मिर्च, लहसुन, जीरा, अदरक, अच्छे किस्म के फूलो का भी पैदावार किया जाने हेतु कृषको को बताया जायें। इन खेतियो से भी किसान को अधिक से अधिक लाभ प्राप्त होगा। प्रमाणित बीज अधार बीज तथा प्रजनक बीज का दिया जाये बढ़ावाः- सभापति श्री शुक्ल के द्वारा प्रमाणित बीज, अधार बीज, प्रजनका बीज का उत्पादन हेतु अधिक से अधिक उपयोग करने एवं कृषिको के खेत का मिट्टी परिक्षण कर शत्-प्रतिशत मिट्टी नमूना परिक्षण कार्ड कृषिको को उपलब्ध कराने तथा खरीफ के मौसम मे खाद, बीज, दवाईया पर्याप्त मात्रा मे उपलब्ध कराने का सुझाव देते हुये कहा कि इस बात पर विशेष ध्यान दिया जाये कि बर्षात के मौसम मे पुशुओ को अधिक से अधिक बीमारी होने कि सम्भावना बनी रहती है। ऐसी स्थित मे अभी से ही किसानो के पशुओ का टिकाकरण कराया जायें। ताकि किसानो को किसी भी तरह कि क्षति ना हो। बैठक के दौरान क्षेत्रिय विधायको के द्वारा सभापति के समक्ष -यह बातया गया कि जिल सहकारी केन्द्रिय बैंक के मुख्य कार्यपालन अधिकरी सीधी जिला एवं सिंगरौली जिला देखा जा रहा है। अधिक सीधी जिले मे ही रहते है जिससे इस जिले का कार्य काफी प्रभावित हो रहा है। ऐसी स्थिति मे अलग से सी.ई. ओ कि पदस्थापना किया जायें। साथ यह भी अवगत कराया गया कि कई किसानो के नाम फर्जी ऋण निकाल ली गई है जिस पर सभापति श्री शुक्ल के द्वारा कहा गया कि सी.ई.ओ कि नियुक्ति हेतु अलग से कलेक्टर प्रस्ताव तैयार करे एवं फर्जी ऋण जो निकाला गया है उसकी जॉच कर कलेक्टर संबंधितो के विरूद्ध कार्यवाही करे बैठक के दौरान यह भी बात ध्यान मे लाई गई कि अरहर कि खरीदी नही हो पा रही है। जिसके संबंध मे कलेक्टर के द्वारा अवगत कराया गया कि अरहर क्रय के लिये मानक स्तर हेतु सर्वेयर नियुक्ति का प्रयास किया जा रहा है। शीघ्र ही क्रय कि कार्यवाही कि जायेंगी। कलेक्टर श्री अनुराग के द्वारा समित को यह भी अवगत कराया गया कि कृषिको लाभ हेतु धारवाण पद्धति से अरहर कि खेती के लिये लक्ष्य निर्धारित किया गया है तथा धान कि एस.आर.आई. पद्धति हेतु उपसंचालक को निर्देशीत किया गया है कि उत्पादक कम्पनीयो को जिले मे जोड़ा जायें अन्त मे सभापति श्री शुक्ल के द्वारा कहा गया कि जिस तरह से प्रदेश को कृषि क्षेत्र मे लगातार अवार्ड प्राप्त हो रहा है उसी तरह से सिंगरौली जिले मे कृषि का धंधा एवं कृषिको को लाभ कृषि कि पैदावार प्रदेश मे प्रथम स्थान पर रहे। हम सभी को मिल कर जिले मे कृषि को लाभ का धंधा बनाना है। बैठक के दौरान अवर सचिव श्री राजेन्द्र वर्मा, अपर कलेक्टर श्री शिवपाल सिंह, एस.डी.एम श्री विकास सिंह, संयुक्त संचालक श्री एस.सी सिंहगधिया, सहित जिले के अधिकारीगण उपस्थित रहे।