enewsmp.comसौतेली मां मनीषा ने सात वर्षीय युवराज की गला काट कर हत्या करने की कोशिश की. युवराज को गंभीर अवस्था में जिला चिकित्सालय में भर्ती किया गया है, जहां उसकी नाजूक हालत को देखते हुए आईसीयू में रखा गया है. युवराज की सौतेली मां ने उसका गला काटकर बक्से में बंद कर दिया. पिता की आवाज सुनकर युवराज ने पेटी से आवाज दी. आवाज सुनते ही उसके पिता ने जब बक्सा खोला तो दृश्य देखकर उनकी आंखे फटी रह गई. खून से सना हुआ युवराज को लेकर वो हॉस्पीटल पहुंचे, जहां डॉक्टर ने अगले 48 घंटे तक उसकी जान को ख़तरा बताते हुए उसे आईसीयू में रखा है. कहा जाता है मां का दर्जा भगवान से भी ऊपर होता है. वो चाहे जन्म देने वाली हो या पालने वाली. दोनों का महत्त्व एक ही है, लेकिन बडवानी जिला चिकित्सालय में एक दिल दहला देने वाला मंजर सामने आया है. मामला धार जिले के देशवालिया का है, जहां के रहने वाले नेमीचंद ने बताया कि वो काम से कुक्षी गया था. वहां से लौटने पर जब उसने घर में युवराज के नहीं देखा तो आवाज लगाई. आवाज लगाने पर पेटी के अंदर से युवराज की आवाज आई. जब नेमीचंद ने उसे खोला तो वो दंग रह गया. खून में सना उसका जिगर का टुकड़ा कराह रहा था. नेमीचंद की दूसरी पत्नी मनीषा ने सात वर्षीय युवराज का गला धारदार दराते से काट दिया था. इस कलियुगी सौतेली मां को मासूम बच्चे पर दया भी नहीं आई. युवराज के गले की नसें भी कट गई हैं और गले में गंभीर चोट भी आई है. डॉक्टर के अनुसार युवराज की जान को अगले 48 घंटे तक ख़तरा बना हुआ रहेगा. डॉक्टरों की टीम ने भी युवराज को बचाने के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं. बच्चे के प्राथमिक बयान लेने के लिए अस्पताल चौकी से पुलिस गयी थी, लेकिन बच्चे की हालत बयान देने की स्थिति में नहीं होने की वजह से बयान दर्ज नहीं हो सका. युवराज के पिता ने बताया कि वो उसके बच्चे के साथ आये दिन मारपीट के साथ-साथ सौतेला व्यवहार करती रहती थी. बहरहाल मासूम युवराज घायल अवस्था में जिंदगी और मौत के बीच लड़ाई लड़ रहा है. मामले में धार जिले की निसरपुर पुलिस पूरे मामले की जांच करेगी.