भोपाल (ईन्यूज एमपी)-मध्यप्रदेश की आशा-उषा कार्यकर्ताओं के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कई घोषणाएं की हैं। उन्होंने कहा, 'आशा-उषा कार्यकर्ताओं का मानदेय अब 2 हजार की जगह 6 हजार रुपए होगा। 5 लाख रुपए का हेल्थ इश्योरेंस भी दिया जाएगा। इसके साथ ही मानदेय में हर साल 1 हजार रुपए बढ़ाए जाएंगे ताकि बहनों को कोई दिक्कत नहीं हो।' मुख्यमंत्री ने भोपाल के लाल परेड ग्राउंड पर शनिवार को आयोजित आशा-उषा कार्यकर्ताओं की महापंचायत को संबोधित किया। उन्होंने कहा, 'एसीएस यहां बैठे हैं। मैं इनको निर्देश देता हूं कि इंटेंसिव की प्रक्रिया को सरल किया जाए। इसे जिला स्तर पर नहीं बल्कि ब्लॉक स्तर पर ही किया जाए। जितनी मेहनत ये बहनें करती हैं, उसका पारिश्रमिक तो ढंग से मिले। रिटायरमेंट के बाद एक लाख रुपए दिए जाएं ताकि ये अपने भविष्य के लिए परेशान न हों।' मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा, 'मानवीयता के नाते अब ऐसी व्यवस्था बनाएंगे कि आशा-उषा को आकस्मिक अवकाश की सुविधा मिले। आकस्मिक अवकाश जल्द ही सुनिश्चित हो जाएगा। इसके अलावा सभी आशा-उषा बहनों को लाड़ली बहना योजना में भी शामिल किया जाएगा। 5 लाख रुपए के दुर्घटना और स्वास्थ्य बीमा की भी सुविधा दी जाएगी। आशा बहनों और पर्यवेक्षकों की सेवानिवृत्ति 60 साल से बढ़ाकर 62 साल में की जाएगी।' बता दें कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के शनिवार के कार्यक्रम में आशा-उषा कार्यकर्ताओं की महापंचायत में जाना तय नहीं था। सीएम की गैरमौजूदगी पर ये कार्यकर्ताएं नाराज थीं। कहा गया कि जब तक सीएम शिवराज सम्मेलन में नहीं आएंगे, तब तक लाल परेड ग्राउंड में डटे रहेंगे। यह जानकारी मिलने के बाद सीएम महापंचायत में पहुंचे