सीधी (ईन्यूज एमपी)- आज एक बार फिर सीधी जिला प्रदेश सहित देशभर में चर्चा का विषय बन गया कारण की एक युवक द्वारा एक आदिवासी के ऊपर पेशाब करने का वीडियो तेजी से वायरल हुआ और यह आरोप लगाया गया कि उक्त युवक भाजपा विधायक का प्रतिनिधि है जिस पर गृहमंत्री से लेकर सीएम तक को ट्वीट करना पड़ा और देखते ही देखते सीधी जिले का नाम चारों ओर छा गया हालांकि विधायक द्वारा साफ तौर से बताया गया है कि वह युवक ना तो भाजपा का कार्यकर्ता है और ना ही उससे मेरा कोई संबंध है। अपराधी को कोई संरक्षण नहीं है जी हां आज अपरान्ह एक अत्यंत शर्मनाक वीडियो सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्मों पर तेजी से वायरल हुआ जिसमें प्रवेश शुक्ला नामक एक युवक को एक आदिवासी युवक के ऊपर बेशर्मी से पेशाब करते हुए दिखाया गया है और ताज्जुब की बात तो यह रही थी कि उस युवक को सीधी विधायक केदारनाथ शुक्ला का प्रतिनिधि बताया गया सोशल मीडिया में वायरल हुए इस वीडियो के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा ट्वीट कर इस वीडियो पर खेद जताया गया और कहा गया कि यह बेहद शर्मनाक घटना है मेरे द्वारा अधिकारियों को उक्त युवक को गिरफ्तार कर कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए हैं। पूरे मामले में गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी अपना बयान देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने घटना को लेकर निर्देश दिए हैं पुलिस कार्रवाई में किसी भी तरह की देरी नहीं हुई है उन्होंने कहा कि किसी भी पार्टी का कार्यकर्ता हो गलत किया है तो कार्यवाही होगी वहीं वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय ने भी अपना बयान देते हुए कहा कि घटना दुर्भाग्यपूर्ण है आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी आरोपी को बचाने के सवाल पर उन्होंने कहा मुझे कुछ नहीं कहना है घटना दुर्भाग्यपूर्ण है आरोपी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करेगी। इस पूरे मामले में सीधी विधायक केदारनाथ शुक्ला ने कहा है कि यह युवक ना तो भाजपा का सदस्य है और ना ही मेरा प्रतिनिधि है सोशल मीडिया और विभिन्न न्यूज़ चैनलों पर चल रही बात पूरी तरह से तथ्यहीन है मैं इसका खंडन करता हूं उन्होंने इसे साजिश बताते हुए आरोपी युवक के ऊपर सख्त से सख्त कार्यवाही करने कि भी बात कही गई है हालांकि पूरे मामले में बहरी थाने में आरोपी प्रवेश शुक्ला के खिलाफ मामला पंजीबद्ध कर लिया गया है और आरोपी के विरुद्ध U /S 294,504 IPC 3(1) (r )(s )SC/ST Act के तहत मामला दर्ज किया गया है साथ ही सीएम के निर्देशानुसार एनएसए की कार्यवाई की जा रही है। वीडियो वायरल होने के बाद फरियादी का शपथ पत्र जंहा वायरल हो रहा है तो दूसरी ओर आरोपी द्वारा दो साल पहले ही बीजेपी के पदों से स्तीफा के भी प्रमाण वायरल हो रहे हैं । किन्तु जिस तौर तरीके का वीडियो वायरल हुआ है वाकई मानवता को शर्मसार कर रहा है वंही इस घटनाक्रम के मामले में विधायक केदारनाथ शुक्ल के नाम को तूल देना कितना सच है बेहतर होगा इसका जबाब ...?