सिंगरौली(ईन्यूज एमपी)- सिंगरौली जिले के राजस्व महकमे में रविवार को पूरी तरह से खलबली मच गई. यहां सीमांकन नहीं करने पर सिंगरौली कलेक्टर अरुण कुमार परमार ने 24 घंटे के अंदर 11 पटवारियों को निलंबित कर दिया है. बताया जा रहा है कि पटवारी संघ सीमांकन के काम से मुक्ति चाह रहा था. कई बार आदेश और समय देने के बावजूद कई पटवारियों ने सीमांकन नहीं किया. जिसके बाद शासन के आदेश का उल्लंघन मानते हुए कलेक्टर अरुण कुमार परमार ने 11 पटवारियों को निलंबित कर दिया है. पहले प्रदेश में RI सीमांकन करते थे, लेकिन नए नियम के तहत सरकार ने पटवारियों को सीधे सीमांकन करने का आदेश जारी कर दिया है. इस फैसला से नाराज पटवारियों ने इसका विरोध भी किया था. कई समझाइश के बाद भी पटवारियों ने किसानों की जमीन का सीमांकन नहीं किया. इससे कलेक्टर अरुण कुमार परमार ने जिले के 11 पटवरियों को सस्पेंड कर दिया है. इस मामले के बाद पूरे राजस्व महकमे में हड़कंप मचा हुआ है. दरअसल मुख्यमंत्री के गांव चलो अभियान 2 के तहत किसानों के जमीन का सीमांकन किया जाना था. इस अभियान के तहत अधिकारी सीधे गांव में जनता से रूबरू हो रहे थे. मौके पर ही खसरे की नकल, ऋण पुस्तिका खतौनी, वरिसाना, नामांतरण, बंटवारा, सीमांकन को प्राथमिकता दी जानी थी. लेकिन गांव में पटवारी सीमांकन नहीं कर रहे थे, जिससे किसान काफी परेशान हो गए थे. इसी को लेकर सिंगरौली कलेक्टर ने ये कार्रवाई की है.