सीधी (ईन्यूज एमपी)-जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में कलेक्टर साकेत मालवीय द्वारा स्वास्थ्य विभाग तथा महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा प्रदाय की जा रही सेवाओं एवं संचालित कार्यक्रमों की विस्तृत समीक्षा की गई। कलेक्टर श्री मालवीय द्वारा निर्देशित किया गया है कि सभी संस्थाओं का संचालन उनके निर्धारित समय पर सुनिश्चित किया जाए। जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी समय से उपस्थित रहकर हितग्राहियों को पात्रतानुसार लाभ दिया जाना सुनिश्चित करेंगे। कलेक्टर ने कहा कि सभी आंगनवाड़ी केंद्रों तथा प्राथमिक एवं उप स्वास्थ्य केंद्रों का संचालन उनके निर्धारित समय पर हो। सभी सुपरवाइजरी स्टाफ फील्ड विजिट तथा समीक्षा बैठकों के माध्यम से योजनाओं के क्रियान्वयन की नियमित समीक्षा करेंगे। कलेक्टर ने स्पष्ट किया है कि भ्रमण के दौरान योजनाओं के क्रियान्वयन में लापरवाही पाए जाने पर संबंधित सुपरवाइजरी स्टाफ पर कार्यवाही की जाएगी। कलेक्टर ने आंगनवाड़ी केंद्रों में बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने कहा कि आंगनवाड़ी केंद्रों में बच्चों की उपस्थिति दर्ज संख्या की तुलना में अत्यंत कम है, इसमें सुधार के लिए आवश्यक प्रयास किए जाएं। योजनाओं के प्रचार-प्रसार के निर्देश ------- कलेक्टर ने कहा कि शासन द्वारा स्वास्थ्य विभाग तथा महिला एवं बाल विकास विभाग के माध्यम से विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है। जानकारियों के अभाव में हितग्राहियों को समय से लाभ प्राप्त नहीं हो पाता है। कलेक्टर ने कहा कि सभी संस्थाओं में प्रदाय की जा रही सेवाओं के विषय में जानकारी प्रदर्शित की जाए। योजना का नाम, पात्रता, आवश्यक दस्तावेज, लाभ तथा संपर्क व्यक्ति के विषय में स्पष्ट जानकारी प्रदर्शित हो। विभिन्न प्रचार-प्रसार के माध्यम से जानकारी लोगों के बीच तक पहुंचाया जाना सुनिश्चित करें। ऑनलाईन पोर्टल पर जानकारियां समय से अद्यतन करें ------- कलेक्टर ने कहा कि शासन द्वारा योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा तथा पात्र हितग्राहियों को सहजता से लाभान्वित करने के उद्देश्य से जानकारियों का निर्धारित पोर्टल पर समय से अद्यतन किया जाना अनिवार्य है। डाटा सीडिंग समय से नहीं होने पर हितग्राही लाभ से वंचित रहते हैं तथा अनावश्यक विलंब भी होता है। कलेक्टर ने कहा कि डाटा एंट्री में त्रुटि के कारण यदि हितग्राही लाभ से वंचित रहता है तो संबंधितों के विरुद्ध जिम्मेदारी तय करते हुए अनावश्यक कार्यवाही की जाएगी। कलेक्टर ने डाटा एंट्री की प्रत्येक सप्ताह समीक्षा करने के निर्देश दिए हैं। ऑफ लाइन डाटा तथा ऑनलाइन डाटा में किसी भी प्रकार अंतर नहीं होना चाहिए। कुपोषित बच्चों को एनआरसी में करायें भर्ती ------- कलेक्टर ने मातृ मृत्यु एवं शिशु मृत्यु पर चिन्ता व्यक्त करते हुए, इन्हें रोकने के अधिकतम प्रयास करने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग तथा महिला एवं बाल विकास विभाग आपसी समन्वय के साथ कार्य करें। जिससे लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकें। कलेक्टर श्री मालवीय ने निर्देशित किया है कि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तथा खण्ड चिकित्सा अधिकारी प्रत्येक मातृ एवं शिशु मृत्यु दर की स्वयं समीक्षा करें। कारणों की पहचान कर भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं हो इसके सुरक्षात्मक उपाय सुनिश्चित किए जाएं। उन्होंने निर्देशित किया है कि प्रत्येक गंभीर कुपोषित बच्चे को अनिवार्य रूप से एनआरसी में भर्ती कराएं तथा उनका रेगुलर फालोअप भी करें। इसके साथ ही कलेक्टर ने जन्मजात विकृतियों वाले बच्चों की पहचान कर उन्हें आवश्यक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। सीएम हेल्पलाइन में दर्ज शिकायतों को समय सीमा में निराकृत करायें -------- सीएम हेल्पलाइन में दर्ज शिकायतों के निराकरण की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने निर्देशित किया है कि सीएम हेल्पलाइन में हितग्राही मूलक योजनाओं से सम्बन्धित शिकायतों का समय से निराकरण करना सुनिश्चित करें। शिकायतों की नियमित समीक्षा कर मैदानी स्तर पर आ रही कमियों को पहचान कर उसे दूर करें जिससे समय से ही लोगों को लाभ मिले। कलेक्टर ने कहा कि शिकायतों के निराकरण में लापरवाही पर संबंधित व्यक्तियों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी। बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. आई. जे. गुप्ता, सिविल सर्जन डाॅ. देवेन्द्र सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास आर.सी. त्रिपाठी सहित समस्त बीएमओ, सीडीपीओ एवं संबंधित अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहें। स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित कार्यक्रमों के संबंध में डीपीएम सौरभ सिंह चौहान द्वारा प्रस्तुतिकरण किया गया।