सीधी (ईन्यूज एमपी)-उच्च शिक्षा मंत्री डाॅ. मोहन यादव ने कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 का मूल उद्देश्य रोजगार परक शिक्षा है। विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले साथ ही उनके कौशल में बढ़ोत्तरी हो जिससे उनके रोजगार के बेहतर अवसर स्थापित कर सकें। उच्च शिक्षा मंत्री डाॅ. यादव संजय गांधी स्मृति महाविद्यालय के अटल ऑडोटोरियम में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2022 विषय पर व्याख्यान संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। उच्च शिक्षा मंत्री डाॅ. यादव ने कहा कि शिक्षा व्यक्ति के संपूर्ण व्यक्तित्व को निखारने का साधन है। साथ ही यह हमारी गौरवशाली संस्कृति को संरक्षित रखने का कार्य करती है। इतिहास गवाह है कि आक्रांताओं द्वारा सर्वप्रथम शिक्षा से जुड़ी संस्थाओं को नष्ट करने के प्रयास होते रहे हैं। डाॅ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी तथा मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के माध्यम से राष्ट्र के गौरवशाली इतिहास को सुदृढ़ता के स्थापित करने के प्रयास किए हैं। हम अपनी जड़ों से जुड़े रहें यही नई शिक्षा नीति का मूल मंत्र है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश गुणवत्तापूर्ण शिक्षा एवं अधोसंरचना विकास की ओर अग्रसर है। मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई हिन्दी में प्रारंभ कर प्रदेश ने क्रांतिकारी कदम उठाया है। इससे हिन्दी भाषी बच्चों की उच्च शिक्षा की कठिनाइयां दूर होगी। उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि नई शिक्षा नीति नए विषयों कोर्स को प्रारंभ करने की छूट देता है। छात्रों को रोजगार के बेहतर अवसर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से महाविद्यालयों में कृषि, वानिकी, बागवानी, पर्यटन आदि क्षेत्र की विशेषता आधारित पाठ्यक्रमों का संचालन भी करें। साथ ही पैरामेडिकल कोर्सेस का संचालन प्रारंभ करें। उन्होंने जिले में निजी महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालय खोलने वालों को भी आमंत्रित किया तथा कहा कि उनकी हर संभव मदद की जाएगी। उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि महाविद्यालयों के रिक्त पदों की भर्ती की प्रक्रिया शीघ्र प्रारंभ की जा रही है। उच्च शिक्षा मंत्री डाॅ. यादव ने विधायक धौहनी कुंवर सिंह टेकाम की मांग पर कुसमी एवं मझौली में परीक्षा केन्द्र बनाने की प्रक्रिया प्रारंभ करने आश्वस्त किया है। साथ ही संजय गांधी महाविद्यालय परिसर को अतिक्रमण मुक्त करने, छात्रावास के व्यवस्थित संचालन तथा छात्रों के लिए प्रतियोगी परीक्षा व्यावसायिक परीक्षाओं के लिए विशेष कक्षाओं के संचालन के निर्देश दिए हैं। विधायक धौहनी श्री टेकाम ने कहा कि प्रधानमंत्री जी, मुख्यमंत्री जी तथा उच्च शिक्षा मंत्री डाॅ. यादव के प्रयासों से देश में शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन हुए हैं। उनके प्रयासों से देश और प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था सुदृढ़ हो रही है। उन्होंने जिले के वनांचल कुसमी एवं मझौली में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में संसाधनों की वृद्धि की मांग रखी है। विशिष्ट अतिथि इंद्रशरण सिंह चैहान ने कहा कि प्रधानमंत्री जी एवं मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में युवाओं की बेहतरी के लिए प्रयास हो रहे हैं। शिक्षा से व्यक्ति का निर्माण होता है और उससे राष्ट्र निर्माण होता है। नई शिक्षा नीति राष्ट्र निर्माण में मील का पत्थर साबित होगी। कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष मंजू सिंह, जिला पंचायत सदस्य पूजा कुशराम, कलेक्टर साकेत मालवीय, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत राहुल धोटे, अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा डाॅ. पंकज श्रीवास्तव, पुष्पराज सिंह, आमलेश्वर चतुर्वेदी सहित गणमान्य नागरिक, शिक्षाविद् एवं महाविद्यालय के प्राध्यायक एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। कार्यक्रम में स्वागत उद्बोधन प्राचार्य डाॅ. ए.आर. सिंह द्वारा तथा आभार प्रदर्शन डाॅ. पी.के. सिंह द्वारा किया गया।