सीधी (ईन्यूज एमपी)- निजी विद्यालयों की मनमानी और भर्रेशाही आम बात है समय-समय पर इनकी करतूतों के किस्से सार्वजनिक होते रहते हैं जिसके कारण अभिभावक एवं छात्र समस्याओं से दो-चार होते रहते हैं ऐसा ही एक मामला जिले में प्रकाश में आया है जहां एक पिता को अपने बच्चों की मार्कशीट एवं टीसी के लिए जगह जगह गुहार लगानी पड़ रही है लेकिन निजी विद्यालय के संचालक द्वारा बच्चों की मार्कशीट एवं टीसी देने का नाम ही नहीं लिया जा रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार पुष्पराज सिंह निवासी ग्राम हिनौता थाना कोतवाली जिला सीधी के दो पुत्र आराध्य सिंह एवं कर्तव्य सिंह दोनों पुत्र पिछले सत्र वर्ष 2021-22 तक आचार्या पब्लिक स्कुल पडैनिया में कक्षा 7 एवं 10 में आययनरत थे दोनों पुत्र सत्र 2021-22 में उत्तीण हो चुके हैं। और अब उनकी आगे कि पढ़ाई इस विद्यालय में नहीं करना चाहता है । दोनों पुत्रों का सम्पूर्ण शुल्क आचार्या विद्यालय में जमा कर चुका है परन्तु उक्त विद्यालय प्रबंधन द्वारा बच्चों का स्थानान्तरण प्रमाण पत्र एवं अंकसूची नहीं दी जा रही है। इस वर्ष अपने दोनों पुत्रों का नाम गणेश विद्यालय सीधी में लिखाया है जहां पर उससे कक्षा 10वी एवं की अकसूची एवं स्थानान्तरण प्रमाण पत्र की माग की जा रही है लेकिन आचार्या पब्लिक विद्यालय के संचालक से कई बार मिलने के और पूरी फीस अदा किये जाने के बावजूद भी प्रार्थी के पुत्रों का स्थानान्तरण प्रमाण पत्र एवं अंकसूची प्रदान नहीं की जा रही है। यदि प्रार्थी के पुत्रों का त्थानान्तरण प्रमाण पत्र एवं अंकसूची नहीं दी गई तो प्रार्थी के पुत्रों का भविष्य खराब हो जाएगा। प्रार्थी द्वारा इस मामले की शिकायत जिला शिक्षा अधिकारी थाना कोतवाली सहित जनप्रतिनिधियों तक से की गई साथ ही वकीलों के माध्यम से भी विद्यालय प्रबंधन से बच्चों की मार्कशीट एवं स्थानांतरण प्रमाण पत्र लेने का प्रयास किया गया लेकिन विद्यालय प्रबंधन द्वारा उक्त दस्तावेज अब तक उपलब्ध नहीं कराए गए हैं जिसके कारण बच्चों के पठन पाठन में अब दिक्कतें आने लगी हैं।