रीवा(ईन्यूज एमपी)- शहर के पुलिस लाइन स्थित शासकीय आवास में एक प्रधान आरक्षक द्वारा फांसी लगाकर सुसाइड करने का मामला सामने आया है। सूत्रों की मानें तो पुलिसकर्मी तकरीबन एक साल से बीमारी के कारण परेशान रहता था। ऐसे में थक हार कर मौत को गले लगा लिया है। आसपास के लोगों ने दोपहर में फंदे से लटकता देखकर पुलिस को सूचना भिजवाई थी। जानकारी के बाद अमहिया थाने का बल पहुंचा था। मौका मुआयना करने के बाद थाना प्रभारी शिवा अग्रवाल ने पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दी थी। इसके बाद एफएसएल टीम को मौके पर भेजा गया। जहां फॉरेंसिक यूनिट ने भौतिक साक्ष्य जुटाए है। अमहिया पुलिस ने परिजनों की मौजूदगी में पंचनामा कार्रवाई के बाद शव को पीएम के लिए SGNH भेजवा दिया है। पुलिस लाइन में था पदस्थ मिली जानकारी के मुताबिक अमहिया पुलिस को रविवार की दोपहर पुलिस लाइन में पदस्थ परदेशी लाल साकेत (60) के सुसाइड करने की सूचना मिली थी। इसके बाद पुलिस लाइन स्थित शासकीय आवास में आला अधिकारियों ने देखा कि परदेशी लाल ने खिड़की के बाहर छज्जा में लगे बांस में रस्सी का फंदा बांधकर झूल गया। सुसाइड नोट बरामद पुलिस टीम को शासकीय आवास से सुसाइड नोट मिला है। इसमें लिखा है कि बीमारी से परेशान होकर उसने यह आत्मघाती कदम उठाया है। मेरी आत्महत्या के पीछे किसी का कोई कसूर नहीं है। वह बीमारी से मजबूर हो गया था, इसलिए आत्महत्या की है। वहीं, परिजनों ने पुलिस के आला अधिकारियों को बताया है कि उनको शुगर, बीपी सहित कई बीमारियां थी। ऐसे में अक्सर परेशान रहते थे। हादसे के कारण नहीं ले पाया था प्रमोशन पुलिस का दावा है कि एक साल पहले परदेशी लाल का एएसआई के रूप में प्रमोशन हो गया था। इसी बीच सड़क हादसे का शिकार हो गए। जिससे उनके शरीर में गंभीर चोट आई थी। इसलिए वह एएसआई की जगह प्रधान आरक्षक पद पर ही पुलिस लाइन में सेवा दे रहे थे। लेकिन जख्मों के चलते कई प्रकार की बीमारियां बढ़ गई थी। जिससे वह हार गए।