भोपाल (ईन्यूज एमपी)- कोरोना काल में प्रदेश भर के स्कूल पिछले साल से बंद है। अब कोरोना संक्रमण में काफी हद तक राहत मिल गई। विगत डेढ़ माह से चल रही अनलॉक की प्रक्रिया के दौरान सिनेमाहॉल, मॉल समेत तमाम गतिविधियां पुन: शुरू हो चुकी हैं। अब प्रदेश में शिक्षण संस्थान भी पुन: खोलने की तैयारी है। बुधवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक कार्यक्रम में घोषणा की है कि 25 व 26 जुलाई से 11वीं व 12वीं की कक्षाएं 50 फीसद क्षमता के साथ शुरू की जाएंगी। वहीं एक अगस्त से 50 फीसद विद्यार्थियों के साथ कॉलेज भी खोले जाएंगे। मुख्यमंत्री की इस घोषणा को अभिभावकों व विद्यार्थियों ने सराहा है। अभिभावकों का भी कहना है कि एक दिन गैप कर नौवीं से 12वीं तक की कक्षाएं संचालित की जाए। स्कूल खोलने के संबंध में स्कूल शिक्षा विभाग ने अभी हाल ही में एक सर्वे भी कराया था और अभिभावकों की राय मांगी। इसमें प्रदेश के 60 फीसद अभिभावकों ने सुझाव दिए कि नौवीं से बारहवीं तक के स्कूल ही खोले जाएं। प्रायमरी व मिडिल स्कूल टीकाकरण के बाद खोलने पर विचार किए जाएं। इसमें प्रदेश के 567 अभिभावाकों ने सुझाव दिए थे। अभिभावकों का मानना है कि स्कूल नहीं खुलने से बच्चों का मानसिक व शारीरिक विकास रुक गया है। इसमें कुछ अभिभावकों का कहना है कि घर में रहने से बच्चों में अनुशासन की कमी आ रही है और कुछ ने कहा कि ऑनलाइन कक्षा के माध्यम से बच्चों की सही तरीके से पढ़ाई नहीं हो पा रही है। वहीं अधिकतर अभिभावकों ने यह भी सुझाव दिए हैं कि स्कूल खोले जाएं, लेकिन सुरक्षा के साथ और टीकाकरण के बाद शुरू किए जाएं। वहीं प्राचार्यों ने कहा कि स्कूल खोलने के संबंध में कोई आदेश नहीं मिले हैं। स्कूल में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सुरक्षा के पूरे इंतजाम किए गए हैं। विद्यार्थियों ने कहा- स्कूल खोले जाएं वहीं नौवीं से बारहवीं के विद्यार्थियों का कहना है कि ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से पढ़ाई समझ नहीं आती है। 11वीं के छात्र अतिकेत तिवारी ने कहा कि स्कूल खोले जाएं। घर में पढ़ाई नहीं हो पा रही है। वहीं छात्रा इशिता साहू ने कहा कि स्कूल खुलना चाहिए, घर में पढ़ाई नहीं हो पाती है। अभिभावक मेधा वाजपेयी ने कहा कि स्कूल खुलने चाहिए। नौवीं से बारहवीं तक के स्कूल खोले जाएं।