रतलाम/आलोट(ईन्यूज एमपी)- रतलाम जिले की आलोट तहसील मुख्यालय पर आयोजित नेशनल लोक अदालत में पिता की सड़क हादसे में हुई मौत के क्लेम प्रकरण के निराकरण के आए किसान 45 वर्षीय नारायणसिंह पुत्र दरयावसिंह निवासी केसरजीखेड़ा की अचानक तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई। उनकी मौत हार्ट अटेक से होने की अशंका जताई जा रही है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। जांच के बाद ही मौत का वास्तविक कारण पता चल पाएगा। जानकारी के अनुसार बरखेड़ाकला-केसरजी रोड पर 5 अप्रैल 2020 की दोपहर दो बाइकों की भिड़ंत होने से एक बाइक पर सवार नारायणसिंह के पिता 70 वर्षीय दरयावसिंह की मौत हो गई थी। वहीं दूसरी बाइक पर सवार एक युवक घायल हो गया। बरखेड़ा पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया था। वहीं मुआवजे के लिए नारायणसिंह व उनकी मां भूलाबाई ने बीमा कंपनी के खिलाफ केस लगाया था। उक्त केस निराकरण के लिए लोक अदालत में रखा गया था। नारायणसिंह व उनकी मां भूलीबाई लोक अदालत में पहुंचे थे। अदालत में आपसी समझौते से केस का निराकरण हो गया था तथा बीमा कंपनी की तरफ से 3.30 लाख रुपये क्लेम के लिए मंजूर किए गए थे। भूलीबाई ने प्रकरण के दस्तावेज पर हस्ताक्षर कर दिए थे। नारायणसिंह हस्ताक्षर करने जा रहा था, तभी अचानक उसकी तबीयत बिगड़ी और वह नीचे गिरा तथा वहीं उसकी मौत हो गई। इससे परिसर में हडकंप मच गया। पुलिस नारायणसिंह का शव पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल ले गई। नारायणसिंह के दो पुत्र व एक पुत्री ही। सूचना मिलने पर बड़ा पुत्र 20 वर्षीय मदनसिंह अन्य स्वजन भी अस्पताल पहुंचे तथा विलाप करने लगे। लोगों ने उन्हें सांत्वना दी।