भोपाल(ईन्यूज एमपी)- वेतन बढ़ोतरी समेत अन्य मांगाें को लेकर भोपाल के हमीदिया और सुल्तानिया अस्पताल की नर्सेस की हड़ताल बुधवार को हाईकोर्ट के आदेश के बाद समाप्त हो गई। प्रांतीय नर्सेस ऐसोसिएशन की प्रदेश अध्यक्ष मंजू मेश्राम ने कहा कि हाईकोर्ट के आदेश के सम्मान में हड़ताल समाप्त कर दी है। उन्होंने सभी नर्सो से गुरुवार से ड्यूटी पर जाने को कहा। बता दें कोर्ट ने अपने आदेश में नर्सों की हड़ताल को अवैध घोषित किया था और 8 जुलाई से काम पर लौटने को कहा था। कोर्ट ने सरकार को चार सदस्यीय कमेटी गठित कर नर्सों की मांगों पर विचार करने को कहा था। कमेटी एक महीने में नर्सों की मांगों पर विचार करके फैसला लेगी। इससे पहले नर्सेस की 7 दिन से ज्यादा की हड़ताल में मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा। हमीदिया अस्पताल में इस कारण वार्डों में भर्ती मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मंगलवार को हमीदिया में ब्लैक फंगस के भर्ती मरीजों को इंजेक्शन ही नहीं लगे। यही हाल बाकी के दूसरे वार्डों में भर्ती मरीजों के रहे। उनको न तो समय पर दवा मिली ना इंजेक्शन लगे। इसके बाद आनन-फानन में गांधी मेडिकल कॉलेज प्रबंधन (जीएमसी) ने ऋषिराज नर्सिंग कॉलेज और आशा निकेतन से निवेदन कर नर्सिंग स्टाफ भेजने का निवेदन किया। इसके बाद हमीदिया अस्पताल में बुधवार को 35 नर्सें पहुंचीं। जिनकी ड्यूटी अलग-अलग वार्डों में लगाई गई। हालांकि इनकी संख्या भी जरुरत के हिसाब से बहुत कम थी। वहीं, पिछले तीन दिनों में कई विभागों के ऑपरेशन टालने पड़े। हमीदिया अस्पताल के अधीक्षक लोकेन्द्र दवे ने बताया, मरीजों को परेशानी से बचाने के लिए व्यवस्था की थी। हालांकि हड़ताल लंबी चलने के कारण कुछ ऑपरेशन टालने पड़े। हमारे रिक्वेस्ट पर आशा निकेेतन और ऋषिराज नर्सिँग कॉलेज से नर्सेस को बुलाया गया था। उम्मीद है कि आज रात तक नर्सेस हड़ताल से वापस आ जाएंगी।