गुना (ईन्यूज एमपी)-'साहब, 2019 में नाली स्वीकृत हुई और 2020 में पैसा भी निकल गया, लेकिन नाली नहीं बनी है। इससे लग रहा है कि नाली बनने के बाद चोरी हो गई है।" यह अजीबोगरीब पीड़ा गुना जिले की चांचौड़ा विधानसभा क्षेत्र के देदला गांव निवासी शिवराज मीना ने विधायक लक्ष्मण सिंह के समक्ष रखी। यह सुनते ही विधायक आश्चर्य में पड़ गए। उन्होंने तत्काल जनपद के जिम्मेदारों से उसी अंदाज में कहा कि 'जिसने नाली चुराई है, उसी से पैसा वसूलकर नाली का निर्माण कराया जाए।" दरअसल, चांचौड़ा से विधायक लक्ष्मण सिंह गुरुवार को त्रैमासिक समीक्षा बैठक ले रहे थे। इस दौरान उनके समक्ष एक दिलचस्प मामला आया। देदला गांव के रहने वाले शिवराज मीना ने गांव में नाली चोरी होने की शिकायत की। उन्होंने बताया कि 23 दिसंबर 2019 को सुरेश के मकान से श्मशानघाट की ओर डेढ़ लाख रुपये लागत से नाली निर्माण की स्वीकृति मिली थी। इसके बाद 22 जनवरी 2020 को 49,915 रुपये का भुगतान भी हो गया। लेकिन गांव में तो कोई नाली दिखाई ही नहीं दे रही। इससे ऐसा लग रहा है कि नाली बनने के बाद चोरी चली गई है। यह पीड़ा सुनने के बाद विधायक भी उसी अंदाज में आ गए। उन्होंने फरियादी से कहा, 'चिंता मत करो, जिसने नाली चुराई है, वही बनवाएगा"। इसके साथ ही उन्होंने जनपद पंचायत के जिम्मेदारों से कहा कि जिसने नाली बनाए बिना ही सरकारी पैसा निकाल लिया है, उससे पैसा वसूलकर नाली का निर्माण कराया जाए।